CBSE, TIMETABLE : सीबीएसई ने जारी की 10वीं-12वीं परीक्षा की डेट शीट, 15 फरवरी से होंगे शुरू; 4 अप्रैल को समाप्त, क्लिक कर डेट शीट देखें।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के लिए छात्रों की मेरिट सूची और डिवीजनवार अंक जारी नहीं करेगा। पिछले चलन का पालन करते हुए, बोर्ड टॉपर्स की सूची और छात्रों के डिवीजन की घोषणा भी नहीं करेगा।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बुधवार रात 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा डेट शीट जारी कर दी। आमतौर पर बोर्ड नवंबर के महीने के अंत तक, या फिर दिसंबर के पहले या दूसरे सप्ताह तक परीक्षा तिथियां घोषित करता है। लेकिन इस बार अचानक डेट शीट जारी कर बोर्ड ने सभी को चौंका दिया।
बोर्ड परीक्षा इस बार 15 फरवरी से शुरू होंगे और चार अप्रैल को अंतिम परीक्षा होगी।
10वीं डेट शीट
12वीं की डेट शीट
सीबीएसई नहीं करेगा मेरिट सूची की घोषणा
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के लिए छात्रों की मेरिट सूची और डिवीजनवार अंक जारी नहीं करेगा। पिछले चलन का पालन करते हुए, बोर्ड टॉपर्स की सूची और छात्रों के डिवीजन की घोषणा भी नहीं करेगा। सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2025 में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे। उम्मीदवारों को प्रत्येक विषय को व्यक्तिगत रूप से उत्तीर्ण करने के साथ-साथ कुल मिलाकर 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के लिए छात्रों की मेरिट सूची और डिवीजनवार अंक जारी नहीं करेगा। पिछले चलन का पालन करते हुए, बोर्ड टॉपर्स की सूची और छात्रों के डिवीजन की घोषणा भी नहीं करेगा। सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2025 में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे। उम्मीदवारों को प्रत्येक विषय को व्यक्तिगत रूप से उत्तीर्ण करने के साथ-साथ कुल मिलाकर 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे।
छात्रों को कोई डिवीजन या डिस्टिंक्शन भी नहीं
बोर्ड पिछले कुछ वर्षों से मेरिट सूची की घोषणा नहीं कर रहा है। इस फैसले का उद्देश्य छात्रों के बीच 'अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा' से बचना है। बोर्ड परिणामों के लिए मेरिट सूची जारी नहीं करने का निर्णय पहली बार महामारी प्रेरित लॉकडाउन के दौरान लिया गया था जब छात्रों के परिणाम ऑनलाइन परीक्षाओं में प्राप्त अंकों का उपयोग करके तैयार किए गए थे। इस वर्ष बोर्ड छात्रों को कोई डिवीजन या डिस्टिंक्शन भी नहीं देगा।
बोर्ड पिछले कुछ वर्षों से मेरिट सूची की घोषणा नहीं कर रहा है। इस फैसले का उद्देश्य छात्रों के बीच 'अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा' से बचना है। बोर्ड परिणामों के लिए मेरिट सूची जारी नहीं करने का निर्णय पहली बार महामारी प्रेरित लॉकडाउन के दौरान लिया गया था जब छात्रों के परिणाम ऑनलाइन परीक्षाओं में प्राप्त अंकों का उपयोग करके तैयार किए गए थे। इस वर्ष बोर्ड छात्रों को कोई डिवीजन या डिस्टिंक्शन भी नहीं देगा।
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