SHIKSHAK BHARTI : 69000 शिक्षक भर्ती मामले को लेकर बसपा सुप्रीमो से मिले आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी, मायावती बोलीं- नहीं होने देंगे अन्याय
मायावती ने कहा कि आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अभ्यर्थियों की समस्याओं के बारे में जानकारी ली।
69000 शिक्षक भर्ती में इलाहाबाद हाईकोर्ट डबल बेंच के आदेश को लागू करने के लिए आंदोलन कर रहे आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधि मंडल बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा प्रमुख मायावती से प्रदेश कार्यालय पर मिला। अभ्यर्थियों ने बसपा प्रमुख को ज्ञापन देते हुए 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में हुई विसंगति के बारे में बताया।
अभ्यर्थियों का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने बताया कि मायावती ने अभ्यर्थियों को आश्वासन देते हुए कहा कि यह लड़ाई हमारी है। हम इस पर बराबर नजर बनाए हुए हैं। किसी भी दशा में आरक्षित वर्ग के अभ्यार्थियों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा यह सरकार की नाकामी है कि मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। सरकार चाहती तो सभी को न्याय अब तक मिल गया होता।
किंतु सरकार की नाकामी और लापरवाही से आज आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट की डबल बेंच का फैसला आया था, सरकार इस पर आगे बढ़ सकती थी। किंतु वह इंतजार करती और मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया। अब भी सरकार को ध्यान देना चाहिए कि किसी भी अभ्यर्थी के साथ अन्याय नहीं हो। सरकार कोई ऐसी नीति तैयार करे, जिससे यह मामला सुलझाया जा सके। सभी को न्याय मिल सके।
बसपा प्रमुख से मिलने वालों में वीरेंद्र कुमार, नवनीत आदि शामिल थे। बता दें कि मायावती ने मंगलवार को एक्स पर लिखा था कि 69000 शिक्षक भर्ती मामले में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। उन्हें अपना संवैधानिक हक जरूर मिलना चाहिए। राज्य सरकार इस मामले में अपना ईमानदार रुख अपनाए, ताकि इनके साथ कोई भी अन्याय न हो।
प्रदेश में नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती के मुद्दे पर बुधवार को डीएलएड मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष विशु यादव ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा से मुलाकात कर ज्ञापन दिया। उन्होंने मांग कि जल्द नई भर्ती का अधियाचन शिक्षा सेवा चयन आयोग को भेजा जाए। ताकि आयोग इससे जुड़ी प्रक्रिया शुरू कर सके। अभ्यर्थियों ने बताया कि 2018 के बाद नई शिक्षक भर्ती का विज्ञापन न आने से 15 लाख से ज्यादा टीईटी, सीटेट पास युवाओं का भविष्य खतरे में हैं। वे लगातार छह साल से आंदोलन कर नई भर्ती की मांग कर रहे हैं। अभ्यर्थियों ने बताया कि नई शिक्षक भर्ती के मुद्दे पर वह शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष कीर्ति पांडेय से मिले थे तो उन्होंने कहा कि हमारे पास बेसिक विभाग का कोई अधियाचन नहीं है। फिर किस आधार पर हम नई भर्ती के लिए काम करेंगे।
आभार साभार -अमर उजाला
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