ONLINE, AWARD : प्रभावी ऑनलाइन शिक्षण के लिए खुद को अपग्रेड करें शिक्षक, बोले राष्ट्रपति, देशभर से चयनित 47 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से किया सम्मानित
नई दिल्ली : कोरोना संकट काल में जब शैक्षणिक संस्थान बंद पड़े है और छात्रों को पढ़ाने का जरिया सिर्फ ऑनलाइन ही रह गया है। राष्ट्रपति.रामनाथ कोविंद ने प्रभावी ऑनलाइन शिक्षण को बढ़ावा देने की जरूरत पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को खुद को अपग्रेड और अपडेट करना होगा। साथ ही बच्चों को उनकी रुचि के साथ सीखने के लिए प्रेरित करने की भी सलाह दी।
राष्ट्रपति शनिवार को शिक्षक दिवस के मौके पर डिजिटल तकनीक के माध्यम से शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने देशभर से चयनित 47 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया। इनमें 18 महिलाएं भी शामिल थीं। राष्ट्रपति ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि डिजिटल माध्यम से पढ़ाई के जो भी साधन हैं, उनकी पहुंच ग्रामीण, आदिवासी और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर वर्ग के बेटे-बेटियों तक हो। ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों तक ऑनलाइन या डिजिटल शिक्षा की पहुंच नहीं है, क्योंकि इनके पास अभी न तो टीवी और न इंटरनेट की ही सुविधा है।
शिक्षकों को राष्ट्र निर्माता बताते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि अच्छे भवन, महंगे उपकरण या सुविधाओं से स्कूल नहीं बनता है, बल्कि एक अच्छे स्कूल को बनाने में शिक्षकों की निष्ठा और समर्पण ही निर्णायक सिद्ध होते हैं।
को सम्मानित किया. कोरोना संक्रमण के चलते ये अवॉर्ड ऑनलाइन दिए गए. यूपी से तीन शिक्षकों - मोहम्मद इशरत, विकास कुमार और स्नेहिल पांडे को सम्मानित किया गया है. उत्तराखंड से डॉ. केवलानंद और सुधा पेनुली को सम्मानित किया गया.
शिक्षक दिवस के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशभर के 47 शिक्षकों को सम्मानित किया. कोरोना संक्रमण के चलते ये अवॉर्ड ऑनलाइन दिए गए .इन शिक्षकों में उत्तर प्रदेश के 3 शिक्षक और उत्तराखंड के 2 शिक्षक शामिल हैं. यूपी से मोहम्मद इशरत, विकास कुमार और स्नेहिल पांडे को सम्मानित किया गया है. उत्तराखंड से डॉ. केवलानंद और सुधा पेनुली को सम्मान दिया. इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री पोखरियाल निशंक भी मौजूद रहे. राष्ट्रपति ने शिक्षक दिवस के मौके पर कहा कि शिक्षकों का आदर करना भारतीय शिक्षा पद्धति का हिस्सा है. शिक्षा मंत्री निशंक ने कहा कि शिक्षक की बदलाव की कुंजी हैं. उनकी दी हुई शिक्षा से ही देश का निर्माण और बदलाव हो सकता है.
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