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MDM : नयी शिक्षा नीति, मिड डे मील के साथ - साथ नाश्ते का भी प्रावधान

MDM : नयी शिक्षा नीति, मिड डे मील के साथ - साथ नाश्ते का भी प्रावधान  

दिल्ली ( डीएनबी ) । राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मिड डे मील के साथ सरकारी या सहायता प्राप्त स्कूलों में बच्चों को नाश्ता मुहैया कराने का प्रावधान रखने का भी प्रस्ताव है । पिछले दिनों केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा मंजूर की गई इस शिक्षा नीति में कहा गया है कि सुबह के समय पोषक नाश्ता मिलना ज्ञान - संबंधी असामान्य मेहनत वाले विषयों की पढ़ाई में लाभकर हो सकता है । इसी के मद्देनजर नयी शिक्षा नीति में प्रस्ताव किया गया है कि मिड डे मील ( मध्याह्न ) भोजन के दायरे का विस्तार कर उसमें नाश्ते का प्रावट पान जोड़ा जाए । प्रस्ताव में कहा गया , ' शोध बताते हैं कि सुबह के समय पोषक नाश्ता ज्ञान - संबंधी असामान्य मेहनत वाले विषयों की पढ़ाई में लाभकारी हो सकता है । इसलिए बच्चों को मध्याह्न भोजन के अतिरिक्त साधारण लेकिन स्फूर्तिदायक नाश्ता देकर सुबह के समय का लाभ उठाया जा सकता है । जिन स्थानों पर गरम भोजन संभव नहीं है , उन स्थानों पर साध पारण लेकिन पोषक भोजन मसलन मूंगफली या चना गुड़ और स्थानीय फलों के साथ उपलब्ध कराया जा सकता है । केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने इस सप्ताह की शुरुआत में नई शिक्षा नीति -2020 की घोषणा कर देश की 34 साल पुरानी , 1986 में बनी शिक्षा नीति को बदल दिया । नई नीति का लक्ष्य भारत के स्कूलों और उच्च शिक्षा प्रणाली में इस तरह के सुधार करना है कि देश दुनिया में ज्ञान की ' सुपरपॉवर कहलाए । शिक्षा नीति के तहत 5 वीं कक्षा तक के बच्चों की पढ़ाई उनकी मातृ भाषा या क्षेत्रीय भाषा में होगी , बोर्ड परीक्षाओं के महत्व को इसमें कुछ कम किया गया है , विधि और मेडिकल कॉलेजों के अलावा अन्य सभी विषयों की उच्च शिक्षा एक एकल नियामक का प्रावधान है , साथ ही विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए समान प्रवेश परीक्षा की बात कही गई है । पुरानी नीति के 102 ( दसवीं कक्षा तक , फिर बारहवीं कक्षा तक ) के ढांचे में बदलाव करते हुए नई नीति में 5334 का ढांचा लागू किया गया है । इसके लिए आयु सीमा क्रमशरू 3-8 साल , 8-11 साल , 11-14 साल और 14-18 साल तय की गई है । एम.फिल खत्म कर दिया गया है और निजी तथा सरकारी उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए समान नियम बनाए गए हैं ।

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