लखनऊ। अब परिषदीय विद्यालयों के बच्चे घर बैठे ही लाइब्रेरी का लाभ उठा पाएंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने टाटा ट्रस्ट फाउंडेशन के पराग इनीशिएटिव के सहयोग से ई मैगजीन लॉन्च की है। लाइब्रेरी खिड़की नामक इस ई मैगजीन को बुधवार को शिक्षकों के मोबाइल पर भेजा गया। इस ई मैगजीन में छात्र छोटी-छोटी रोचक
कहानियां पढ़ सकते हैं। इसमें शिक्षकों का भी एक कोना है, जिसमें कहानी को रोचक तरीके से पढ़ने और पढ़ाने का तरीका दिया गया है। कोरोना संक्रमण की वजह से विद्यालय बंद चल रहे हैं और छात्र पर बैठकर ही पढ़ाई कर रहे हैं। विभिन्न डिजिटल माध्यम से बच्चों को पढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों के छात्रों को ई लाइब्रेरी की सुविधा दी जा रही है। बुधवार को विभाग द्वारा शिक्षकों को ई मैग्जीन का पहला प्रकाशित अंक मोबाइल पर उपलब्ध करा दिया गया। इसका नाम लाइब्रेरी खिड़की रखा गया है। बच्चों में पढ़ने और सीखने की प्रक्रिया को जागृत करने के उद्देश्य से यह पहल की गई है। ई मैगजीन सप्ताह में दो बार मंगलवार और शुक्रवार को प्रकाशित की जाएगी। यह शिक्षकों को उनके मोबाइल पर उपलब्ध करा दी जाएगी, जिसे वे मोबाइल के माध्यम से छात्रों को उपलब्ध करा देंगे। बच्चों के मानसिक व शैक्षिक विकास और कौशल को निखारने के लिए पहली बार यह योजना शुरू की गई है। आयु वर्ग के हिसाब से है पाठ्य सामग्री ई मैगजीन आम किताबों से काफी हट के है। यह बच्चों को पढ़ने के लिए उत्सुक करेगी। इसमें आयु वर्ग के हिसाब से पाठ्य सामग्री दी गयी है। तीन और छह वर्ष की आयु से ज्यादा के बच्चों के लिए अलग-अलग कहानियां दी गई हैं। कहानियों को पढ़ने का तरीका बहुत रोचक है। एक कार्टून और कुछ लाइनों के माध्यम से कहानी का संदर्भ दिया गया है। उस पर क्लिक करते ही पूरी कहानी खुल जाती है। कुछ कहानियों को कार्टूननुमा पिक्चर के माध्यम से पढ़ सकते हैं तो कुछ कहानियों में शब्दों के साथ ऑडियो का भी इस्तेमाल किया गया है। इसमें शिक्षकों के लिए अलग से जगह है, जिसके माध्यम से कहानी सुनाने की कला को बताया गया है। कहानियों को कैसे दिलचस्प बनाया जाए, उनका चयन किस आधार पर करें, इन सब बातों को बताया गया है।
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