MANTRI, MDM : स्कूल खुलने पर बच्चों को मिलेगा मिड डे मील का राशन और कुकिंग की लागत - सतीश द्विवेदी, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री
लखनऊ। प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों के 1.59 करोड़ से अधिक बच्चों को लॉकडाउन अवधि का मिड डे मील का राशन घर बैठे दिया जाएगा। साथ ही मिड डे मील के लिए निर्धारित कुकिंग लागत का भी नकद भुगतान अभिभावकों के बैंक खाते में किया जाएगा।
प्रदेश के 1 लाख 58 हजार से अधिक परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 1.59 करोड़ से अधिक और करीब 3045 सहायता प्राप्त स्कूल खुलने के बाद होगा अनाज विद्यालयों में भी पांच लाख से अधिक विद्यार्थी का वितरण और पैसे का भुगतान अध्ययनरत हैं।
लॉकडाउन के चलते स्कूलों में मिड डे मील का वितरण बंद है। प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थी को 100 ग्राम और उच्च प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थी को 150 ग्राम अनाज प्रतिदिन मिड डे मिल के लिए निर्धारित है। इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय के हर विद्यार्थी के मिड डे मील की कुकिंग लागत 4.97 रुपये और उच्च प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थी के लिए 7.45 रुपये प्रतिदिन कुकिंग के लिए मिलते हैं।
करीब 50 दिनों से मिड डे मील वितरण बंद होने से हजारों टन अनाज जमा हो गया है। उस पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ग्रीष्म अवकाश में भी मिड डे मील का अनाज और कुकिंग लागत देने की बात कही है। बेसिक शिक्षा विभाग में उच्च स्तर पर बच्चों को मिड डे मिल का राशन घर बैठे देने और कुकिंग लागत का भी नकद भुगतान करने का निर्णय किया गया है।
जब भी स्कूल खुलेंगे तब मिड डे मील का राशन बच्चों के अभिभावक को स्कूल बुलाकर दिया जाएगा। बच्चों को कुकिंग लागत का भी नकद भुगतान उनके अभिभावकों के बैंक खाते में की जाएगी। -सतीश द्विवेदी, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री
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