PTM, MEETING, SCHOOL : स्कूलों को निर्देश, हर तिमाही पर होगी बैठक, अध्यापकों की उपस्थिति होगी अनिवार्य, प्राइमरी स्कूलों में भी होगी पीटीएम | |
शहर के प्राइमरी स्कूलों में पैरंट्स टीचर्स मीटिंग(पीटीएम ) अच्छी पहल है। इससे अभिभावक और टीचरों का संवाद होगा। लेकिन इन सबके साथ मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान देना भी जरूरी है। गांव तो क्या शहर में ही कई विद्यालयों में टीचर नहीं हैं। पहले क्लास और विषय के अनुसार शिक्षकों की व्यवस्था हो। ...क्योंकि शिक्षक होंगे तभी वो पढ़ाएंगे। बिना पढ़ाई के पीटीएम का कोई मतलब नहीं है। हर स्कूल में फरवरी में होगा वार्षिकोत्सव निजी स्कूलों की तरह प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को भी पढ़ाई के अलावा दूसरी एक्टिविटीज में शामिल किया जाएगा। इसके लिए हर स्कूल में फरवरी माह में वार्षिकोत्सव मनाया जाएगा। इस अवसर पर खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम संबंधी कार्यक्रम होंगे। वार्षिकोत्सव के लिए स्कूलों को मिलने वाले कंपोजिट ग्रांट से 10 फीसदी धनराशि पीटीएम के लिए खर्च की जाएगी। •एनबीटी, लखनऊ: शहर के प्राइमरी स्कूलों में भी पैरंट्स टीचर्स मीटिंग (पीटीएम) अनिवार्य होगी। पीटीएम जनवरी, अप्रैल, जुलाई और अक्टूबर के दूसरे सोमवार को होगी। इसमें अध्यापकों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। इस संबंध में स्कूलों को निर्देश दिए जा चुके हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अमरकांत सिंह ने बताया कि विभाग नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत स्कूलों में दाखिला लेने वाले बच्चों के अभिभावकों और शिक्षकों की सामुदायिक सहभागिता बढ़ाने के लिए यह प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि स्कूल के प्रधानाध्यापक और प्रभारी दो दिन पहले ही पीटीएम की सूचना बच्चों की नोटबुक में लिख कर देंगे। पीटीएम में शिक्षक अभिभावकों को उनकी उपस्थिति, रिजल्ट, व्यवहार संबंधी प्रगति रिपोर्ट, लर्निंग आउटकम से जुड़ी जानकारी के अलावा स्कूलों में चल रही गतिविधियों, बालिकाओं के लिए मीना मंच और मिड-डे-मील के साथ नि:शुल्क बांटी जा रही सामग्री की जानकारी दी जाएगी। |
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