HANDICAPPED, MEDICAL : 2007 एवं 2008 में फर्जी दिव्यांगता प्रमाण पत्र के आधार पर विशिष्ट बीटीसी में पाया था प्रवेश, प्रदेश के 15 शिक्षकों पर बर्खास्तगी की तलवार
प्रदेश के 15 शिक्षकों पर बर्खास्तगी की तलवार
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : दिव्यांग कोटे से शिक्षक बने प्रदेश के 15 लोगो का विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्रमाण पत्र निरस्त करने की तैयारी है। इन्होंने 2007 एवं 2008 में विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण लिया। मेडिकल बोर्ड में इनकी दिव्यांगता अप्रमाणित पाए जाने पर प्रशिक्षण प्रमाण पत्र निरस्त किए जाने का निर्णय लिया गया। इन अभ्यर्थियों पर बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की अध्यक्षता में गठित जनपदीय समिति की ओर से की गई संस्तुतियों के आधार पर 15 अभ्यर्थी मेडिकल बोर्ड में अप्रमाणित पाए गए।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद लखनऊ के निदेशक के निर्देश पर परीक्षाफल समिति की 19 मार्च को हुई बैठक में इन अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण प्रमाण पत्र निरस्त करने का निर्णय लिया गया।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी प्रयागराज ने इन अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण प्रमाण पत्र मूलरूप में मंगाया है। साथ ही नियुक्ति निरस्त करने की कार्यवाही शुरू करने का निर्देश भी दिया है।
इनमें सुमनलता ने गोरखपुर से प्रशिक्षण प्राप्त किया था, लेकिन कुछ वर्ष पहले वह अंतरजनदीय स्थानांतरण में दूसरे जिले में जा चुकी हैं। देवरिया की रंजना सिंह भी इस सूची में शामिल हैं। बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि परीक्षा नियामक प्राधिकारी के यहां से विवरण मांगा गया था, पकार्यालय से उपलब्ध करा दिया गया है।
2007 एवं 2008 में फर्जी दिव्यांगता प्रमाण पत्र के आधार पर विशिष्ट बीटीसी में पाया था प्रवेश
गोरखपुर व देवरिया की दो शिक्षक शामिल, प्रशिक्षण प्रमाण पत्र निरस्त करने के निर्देश
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