SHIKSHAMITRA : सरकारी नीतियों के विरोध में शिक्षा मित्रों ने किया तर्पण
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊ । शिक्षा मित्रों ने रविवार को सरकारी नीतियों के विरोध में श्राद्ध कर्म किया। सभी लोग आम शिक्षक शिक्षा मित्र एसोसिएशन के बैनर तेल ईको गार्डन में एकजुट हुए हैं। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहीं उमा देवी का कहना है कि बीते 18 मई से लगातार प्रदर्शन चल रहा है पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
उमा देवी का कहना है कि प्रदेश में लगभग एक लाख 72 हजार उपेक्षित शिक्षा मित्र हैं। जिनमे 806 शिक्षा मित्रों का निधन हो चुका है उन शिक्षा मित्रों के लिए तर्पण कर्म किया गया। श्राद्ध के अवसर पर रविवार को रायबरेली के रविन्द्र सिंह ने मुंडन करवाया। समायोजन रद्द करने व सरकारी नीतियों के विरोध में बीते जुलाई में शिक्षा मित्रों ने सामूहिक मुंडन करवाया था। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि आईटीई ऐक्ट 2009 के तहत 1 लाख 24 हजार पैरा टीचर को अपग्रेड करते हुए शिक्षा अधिकार अधिनियम कानून के तहत पूर्ण शिक्षक का दर्जा एवं उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा नियमावली के अनुसार पूर्णशिक्षक का वेतनमान दिया जाये ।
उत्तराखंड की तर्ज पर टीईटी में छूट मिले
इसके अलावा जो शिक्षा मित्र आरटीई ऐक्ट 2009 में किसी विधिक पहलू के कारण नहीं समाहित हो सकते हैं ,उन्हें भारत के राजपत्र 2017 के अनुसार सहायक अध्यापक पद पर रखते हुए चार वर्ष में उत्तराखंड की तर्ज पर टीईटी उत्तीर्ण करने की छूट प्रदान की जाये । जो शिक्षा मित्र टेट उत्तीण हैं उनको बिना लिखित परीक्षा उम्र और अनुभव का भरांक देकर नियमित किया जाये । बिहार मॉडल के तर्ज पर असमायोजित शिक्षा मित्रों को समान कार्य समान वेतन के आधार पर 12 माह 62 वर्ष सेवा का अवसर दिया जाये । मृतक 806 शिक्षा मित्रों के परिवार को उचित मुआवजा और आर्थिक सुरक्षा के लिए परिवार के किसी एक सदस्य को उसकी योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाए । उमा देवी ने कहाकि अगर समयबद्ध तरीके से उनकी मांगों का निस्तारण नहीं किया गया तो बृहद आन्दोलन किया जाएगा। इस दौरान रविन्द्र सिंह,अमरेन्द्र सिंह, शिव कुमार यादव, राम सिंह, राज किशोर आदि लोग शामिल रहे।
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