PROTEST, UPPSS : डिप्टी सीएम से वार्ता होने तक सड़क पर डटे रहे कर्मचारी, लोगों का पैदल चलना भी हुआ मुश्किल, विधानभवन के सामने जुटे कर्मचारी, लगा जाम, विभागों में अघोषित छुट्टी, निराश लौटे लोग
एक घंटे तक डटे रहे
ईको गार्डन से आए करीब दस हजार कर्मचारी िवधान भवन के सामने एक घंटे तक डटे रहे। इस कारण आसपास के इलाकों में काफी देर जाम लगा रहा।
नहीं चलीं कक्षाएं
रैली में शिक्षकों के शामिल होने से ग्रामीण इलाकों के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो सकी। माल, मलिहाबाद, बीकेटी, गेहरू, मोहनलालगंज के स्कूलों में बच्चे बिना क्लास किए लौट गए।
यहां भी नहीं हुआ काम: सिंचाई विभाग, जवाहर भवन-इंदिरा भवन, कृषि, पशुपालन, रजिस्ट्री ऑफिस
•लखनऊ: शक्ति प्रदर्शन के कारण सोमवार को कई विभागों में सन्नाटा रहा। ऐसे में लोगों को निराश लौटना पड़ा। नगर निगम जोन-1 दफ्तर में हाउस टैक्स असेसमेंट करवाने गए सही करवाने गए पीके सिंह का काम नहीं हो सका। उन्होंने बताया कि मुख्यालय और जोन-एक में करीब 70% कर्मचारी नहीं थे।
हाजिरी लगाकर चले गए: टीपी नगर स्थित आरटीओ के कई कर्मचारी बायोमीट्रिक हाजिरी दर्ज कर ईको गार्डन चले गए। इस वजह से सोमवार को घंटों काम बाधित रहा। यहां लाइसेंस के आवेदकों का काम खुद आरआई सर्वेश चतुर्वेदी ने किया।
वाणिज्य कर में भी सन्नाटा: वाणिज्य कर दफ्तर में टैक्स से जुड़ी अपीलों पर सुनवाई नहीं हो सकी। जिला मुख्यालय से गोमतीनगर स्थित प्रदेश मुख्यालय तक में करीब 40 फीसदी कर्मचारी नदारद रहे।
पीडब्ल्यूडी में नहीं खुले ताले: लोक निर्माण विभाग में चपरासी से लेकर इंजिनियर तक रैली में शामिल रहे। यहां कई विभागों में सन्नाटा पसरा रहा, वहीं कुछ के ताले तक नहीं खुले।
सचिवालय में दोपहर से ठप रहा काम
•एनबीटी ब्यूरो, लखनऊ: सचिवालय में भी दोपहर 12 बजे के बाद से सभी अनुभाग खाली हो गए। कर्मचारी पहले बास्केट बॉल ग्राउंड में और फिर विधान भवन के सामने अपनी मांगों को लेकर डटे रहे। बास्केट बॉल ग्राउंड पर हुई आम सभा में कर्मचारी नेताओं ने नई पेंशन नीति के नुकसान बताए। इस बीच कुछ कर्मचारी विधानभवन के सामने इकट्ठा हो गए। वहां कर्मचारी नेताओं ने जैसे ही ऐलान किया कि यह वार्ता विफल रही और प्रदर्शन आगे बढ़ाया जाएगा, तो सचिवालयकर्मी वापस दफ्तर लौटे।
•टीम एनबीटी, लखनऊ । पेंशन बहाली की मांग को लेकर ईको गार्डन में जुटे कर्मचारी डिप्टी सीएम से वार्ता के दौरान विधानभवन पहुंच गए। करीब 10 हजार कर्मचारियों ने यहां वार्ता पूरी होने तक एक घंटे विधानसभा मार्ग पर रास्ता रोके रखा। इससे यहां लंबा जाम लग गया। चारबाग से मुंशीपुलिया रूट तक मेट्रो का काम चलने के कारण इस इलाके में पहले से समस्या है। इस बीच कर्मचारियों के प्रदर्शन से परेशानी और बढ़ गई। यहां तक कि लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया और बापू भवन से हजरतगंज चौराहे और सिविल अस्पताल जाने में बीस से तीस मिनट लग गए।
पेश की अनुशासन की मिसाल
रैली में एक हजार से ज्यादा चार पहिया गाड़ियां और बसें आई थीं। दो लाख से ज्यादा की भीड़ होने के बाद भी अव्यवस्था नहीं दिखी। विधानभवन के सामने भी किसी कर्मचारी ने ने उपद्रव नहीं किया।
बच्चों को लेकर आए लोग
रैली में सैकड़ों कर्मचारी पत्नी और बच्चों को लेकर आए थे। लोगों का कहना था कि नई पेंशन नीति को लागू करने से एक दौर में रिटायरमेंट के पैसे से उनका घर चलाना मुश्किल हो जाएगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सांसद रहते पुरानी पेंशन बहाली के लिए तत्कालीन पीएम डॉ. मनमोहन सिंह को पत्र लिखा था। अब उनकी ही सरकार में कर्मचारियों को इसके लिए प्रदर्शन करना पड़ रहा है। पेंशन नीति के मसले पर कांग्रेस कर्मचारियों के साथ है।
- राज बब्बर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
0 Comments