SCHOOL, CM, MEETING : सीएम ने दिया लक्ष्य, छह महीने में 3000 स्कूलों का करें कायाकल्प
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद के 3000 प्राथमिक विद्यालयों एवं 23 स्वास्थ्य केंद्रो(पीएचसी-सीएचसी) का 6 माह में कायाकल्प करने के निर्देश दिए हैं। इन विद्यालयों एवं स्वास्थ्य केंद्रों पर सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। सुंदरीकरण का कार्य भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबह 10 बजे से 11 बजे तक जिले के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य पर सर्वाधिक जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे कायाकल्प योजना के अंतर्गत जनपद के 3000 विद्यालयों का सांसद, विधायक निधि, संस्थाओं एवं सीएसआर की मदद से कायाकल्प करें। जर्जर भवन में कक्षाएं संचालित नहीं होगी। सभी विद्यालयों में छात्रों के बैठने, पेयजल, शौचालय, कक्षाओं में फर्श पर टाइल्स और रंगरोगन कराएं। स्वच्छ पेयजल और बिजली की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने की हिदायत दी। उन्होंने प्रथम चरण में शहरी क्षेत्र के 86 विद्यालयों का सबसे पहले कायाकल्प करने पर जोर दिया। नगर निगम आयुक्त से कहा कि वे नगर निगम के अंतर्गत आने वाले 76 विद्यालयों में सबसे पहले कार्य शुरू कराएं। कहा कि अभियान चला कर इस लक्ष्य को छह माह में हासिल किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विद्यालयों में मिड-डे-मील गुणवत्ता के साथ समय से बनना और वितरित होना चाहिए। इसमें शिकायत मिली तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैंठक में उच्च शिक्षा विभाग के भवन निर्माण पर चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने बताया कि यह भवन नार्मल स्कूल परिसर में बनाया जाएगा। वन टांगियां गांव में जल्द विद्यालय बनाने की भी मुख्यमंत्री ने हिदायत दी।
रोगी कल्याण समिति से मिले धन से 23 स्वस्थ्य केंद्र का कायाकल्प
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से 26 अप्रैल को जारी आदेश के अनुसार ‘एसेंबली रोगी कल्याण समिति की ओर से मिले प्रति सीएचसी-सीएचसी मिले 3 लाख रुपये से 23 स्वास्थ्य केंद्रों का कायाकल्प किया जाएगा। डीएम के विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि 23 स्वास्थ्य केंद्र में सीएचसी और पीएचसी शामिल हैं। यहां दवाओं की उपलब्धता, रंगरोगन, पेयजल आपूर्ति, शौचालय और मरीजों और उनके तीमारदारों के बैठने का इंतजाम किया जाएगा।
बोर्ड परीक्षा के लिए अभी से करें तैयारी
मुख्यमंत्री ने बोर्ड नकल रहित परीक्षा संपंन कराने के लिए परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरा लगाने के निर्देश के अनुपालन कराने की हिदायत दी। कहा कि परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक नहीं होने चाहिए। कहा कि छात्रों को बताएं कि बोर्ड परीक्षा में नकल रहित होगी इसलिए मेहनत से पढ़ाई करें। बोर्ड के परीक्षा केंद्रों का चयन सख्ती से मेरिट के आधार पर करें। किसी भी दबंगई नहीं चलेगी। शिक्षा विभाग के दफ्तरों में स्कूल के पठन पाठन के समय में कोई शिक्षक नहीं दिखना चाहिए। शिक्षक समय से विद्यालय आएं और पठन पाठन पर जोर दे, यह सुनिश्चित कराया जाए। मुख्यमंत्री ने शिक्षा की गुणवत्ता एवं शिक्षकों के अनुशासन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षक-छात्र अनुपात की समीक्षा करें जहां छात्रों की संख्या ज्यादा और शिक्षक कम हैं, वहां ऐसे विद्यालय जहां छात्र कम और शिक्षक ज्यादा से समायोजित करें। सीएम ने संयुक्त शिक्षा निदेशक योगेंद्र नाथ सिंह और डीआईओएस ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया से कहा कि माध्यमिक विद्यालयों में भी गुणात्मक शिक्षा में जोर देने की हिदायत दी। कहा कि परीक्षा में नकल बर्दाश्त नहीं होगा।
बैठक में ये अधिकारी रहे उपस्थित
मण्डल आयुक्त अमित गुप्ता, जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन, संयुक्त शिक्षा निदेशक योगेंद्र नाथ सिंह, डीआईओएस ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह, एडी बेसिक डा. सत्यप्रकाश त्रिपाठी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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