BSA, BASIC SHIKSHA NEWS : प्रदेश सरकार ने पहली बार बीएसए के मूल्यांकन के मानक तय किए, पहली बार जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) का वार्षिक मूल्यांकन प्राइवेट कम्पनियों की तर्ज पर तय मानकों पर होगा
हिन्दुस्तान टीम, लखनऊ । प्रदेश में पहली बार जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) का वार्षिक मूल्यांकन प्राइवेट कम्पनियों की तर्ज पर तय मानकों पर होगा। प्रदेश सरकार ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के मूल्यांकन के मानक तय कर दिए हैं।
बेसिक शिक्षा निदेशक डा. सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह द्वारा इस संबंध में आदेश जारी कर दिये गए हैं। जारी आदेश के मुताबिक जिन बिन्दुओं पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का वार्षिक मूल्यांकन होगा उसमें परिषदीय विद्यालयों में छात्रों का नामांकन 2016-17 और 2017-18 में कितना हुआ और मौजूदा वर्ष में कितनी बढ़ोत्तरी हुई। इसी तरह ड्राप आउट बच्चों के नामांकन में बीते साल चिन्हित किये गए बच्चों की संख्या और इस वर्ष नामांकित कराए गये बच्चों की संख्या शामिल है। मूल्यांकन के बिन्दुओं में वित्तीय स्वीकृतियों का बिन्दु भी शामिल है। इसमें 2016-17 में प्राप्त धनराशि, 2017-18 में उपभोग की गई धनराशि और समर्पित की गई धनराशि बतानी होगी। यही नहीं, समर्पित की गई धनराशि का कारण भी बताना होगा।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के वार्षिक मूल्यांकन में तय किये गए बिन्दुओं में आधार नामांकन की स्थिति भी बतानी होगी। परिषदीय, अनुदानित और समस्त प्रकार के विद्यालयों में 2016-17 और 2017-18 में आधार नामांकन का प्रतिशत अलग-अलग देना होगा। यह भी बताना होगा कि आरटीई के तहत कितने आवेदन मिले। लॉटरी में कितने बच्चे चयनित हुए और कितने बच्चों का प्रवेश कराया गया। न्यायालय में कुल कितने मुकदमे हैं और कितने मुकदमों में प्रति शपथ पत्र लगाया गया। शेष में प्रति शपथ पत्र नहीं लगाने का कारण भी बताना होगा।
इसके अलावा जुलाई 2017 और मार्च 2018 में अध्यापकों व छात्र-छात्राओं की उपस्थिति भी बतानी होगी। इसमें कोई वृद्धि हुई या नहीं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सत्र के दौरान कितने निरीक्षण किए गए। कितने पोर्टल पर अपलोड किये गए। अपलोड नहीं करने का कारण भी बताना होगा। स्मार्ट क्लास -प्रोजेक्टर युक्त विद्यालयों की मौजूदा और प्रस्तावित संख्या, स्वयं कितने विभागीय पोर्टल जानते या चलाते हैं। यूनीफार्म, बैग, पाठ्य पुस्तक,स्वेटर, जूता-मोजा का शतप्रतिशत वितरण का ब्यौरा, विलम्ब के कारण सहित देना होगा।
बेसिक शिक्षा निदेशक ने वार्षिक मूल्यांकन के लिए 25 अप्रैल तक सभी बिन्दुओं पर जानकारी ई-मेल करने को कहा है। साथ ही, सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को चेतावनी भी दी है कि अगर इस तारीख तक जानकारी नहीं भेजी गई तो उसे भी वार्षिक मूल्यांकन में शामिल किया जाएगा।
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