SHIKSHAK BHARTI, RECRUITMENT, TEACHER : शिक्षक भर्ती की प्रवेश परीक्षा पर लग रहे सवालिया निशान, शिक्षक भर्ती परीक्षा पर संकट, फंसेंगे कई पेच
सहारनपुर : परिषदीय स्कूलों में प्राथमिक शिक्षकों की होने वाली भर्ती पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। डीएलएड-2015 बैच के प्रशिक्षुओं का रिजल्ट अभी तक घोषित नहीं हो सका है। सीटीईटी की परीक्षा भी फरवरी में प्रस्तावित है।मार्च में सीबीएसई व यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के बीच में शिक्षक भर्ती की प्रवेश परीक्षा पर सवालिया निशान लग रहे हैं। इसके अलावा परीक्षा में उर्दू भाषा को भी विकल्प के रूप में शामिल करने की मांग उठने लगी है। प्रदेश में सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा-3028 के आयोजन के अपर मुख्य सचिव राज प्रताप सिंह द्वारा गाइड लाइन जारी की चुकी है। परीक्षा के लिए सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी इलाहाबाद को नामित किया गया है। ऑनलाइन आवेदन लिए जाने के बाद पात्रता पूरी करने वाले अभ्यर्थियों की प्रवेश परीक्षा 12 मार्च को विभिन्न मंडल मुख्यालयों पर कराई जाएगी।
तीन घंटे की परीक्षा के लिए विभिन्न विषयों का समभाजन करने के साथ पाठ्यक्रम भी घोषित कर दिया गया है। अंग्रेजी व हिन्दी दोनों भाषाओं में प्रश्नपत्र होगा। अंग्रेजी विषय को छोड़कर शेष विषय के प्रश्नों के उत्तर हिन्दी में देने होंगे। खास बात यह है कि परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थी को प्रमाणपत्र भी दिया जायेगा।
भर्ती परीक्षा में फंसेंगे पेच उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ की जिलाध्यक्ष अंजू कश्यप के मुताबिक शिक्षा मित्रों के संबंध में केवल टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य किया गया था। शिक्षक भर्ती परीक्षा से शिक्षा मित्रों का कोई सरोकार नही होगा। संगठन इस मामले में कानूनी राय ले रहा है और जल्द ही प्रक्रिया के विरोध में संगठन लामबंद होगा ’सीबीएसई द्वारा आयोजित की जाने वाली सीटीईटी परीक्षा फरवरी मे प्रस्तावित है। यूपीटीईटी परीक्षा में असफल रहे हजारों शिक्षा मित्र सीटीईटी में भाग्य आजमाएंगे। ऐसे में इनका परीक्षा अप्रैल के बाद ही घोषित हो सकेगा। हजारों अभ्यर्थी भर्ती परीक्षा से पहले ही बाहर हो जाएंगे।
12 मार्च को होने वाली परीक्षा के दिन विवाह का शुभ मुहूर्त है। परीक्षा में शामिल होने वाले अनेक अभ्यर्थी परिणय-सूत्र में बंधेंगे। उनका यह बंधन कई माह पूर्व से तय है। ऐसे में उनके समक्ष परीक्षा में शामिल होना समस्या रहेगी।
’मार्च में सीबीएसई व यूपी बोर्ड की परीक्षाएं है। अनेक शिक्षा मित्रों के बच्चे परीक्षाएं देंगे। ऐसे में वह भर्ती परीक्षा और बच्चों की परीक्षा में कैसे सामंजस्य स्थापित कर पाएंगे?
डीएलएड-2015 की अभ्यर्थियों का परीक्षाफल अभी तक घोषित नही हो सका है जबकि कई अभ्यर्थी यूपीटीईटी परीक्षा पास कर चुके है। वह आवेदन करने से वंचित रह जाएंगे।
उत्तर प्रदेश उर्दू टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष तालिब हसन व महामंत्री मो.वसीम ने अपर मुख्य सचिव राज प्रताप सिंह को पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि भर्ती परीक्षा में उर्दू को भी विकल्प के तौर पर शामिल किया जाना चाहिए।
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