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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

PROTEST : शिक्षामित्र ने स्कूलों और BSA कार्यालयों पर लगाया ताला, रोकी ट्रेन, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से यूपी में नाराज शिक्षा मित्रों का विरोध जारी, गोरखपुर में 10 हजार शिक्षामित्रों ने उपवास रख कर किया प्रदर्शन

PROTEST : शिक्षामित्र ने स्कूलों और BSA कार्यालयों पर लगाया ताला, रोकी ट्रेन, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से यूपी में नाराज शिक्षा मित्रों का विरोध जारी, गोरखपुर में 10 हजार शिक्षामित्रों ने उपवास रख कर किया प्रदर्शन

लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीे । सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से यूपी में नाराज शिक्षा मित्रों का विरोध जारी है। शुक्रवार को भी हजारों शिक्षामित्र स्कूल से निकलकर सड़क पर उतर पड़े। अमरोहा में समायोजन रद्द होने से आक्रोशित शिक्षामित्रों ने कैबिनेट मंत्री की फैक्ट्री में पहुंचकर हंगामा कर दिया। शिक्षामित्रों ने वादे के बाद भी मंत्री के न मिलने पर नाराजगी जताई। दोपहर 12 बजे तक प्रदर्शनकारी शिक्षामित्र फैक्ट्री में जमे हुए थे। वहीं मथुरा में शिक्षामित्रों का विरोध-प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। शुक्रवार को शिक्षामित्रों ने जनपद के कई प्राथमिक स्कूलों और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तालाबंदी कर दी और फिर बीएसए कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करते हुए प्रदेश सरकार को कोसा। साथ ही स्टेशन पर कासगंज पैसेंजर के आगे खड़े होकर नारेबाजी की।

कोर्ट के फैसले के बाद सरकार की तरफ से इस बाबत कोई स्पष्ट बयान न जारी होने से शिक्षामित्रों का आक्रोश बढ़ रहा है। शुक्रवार को शिक्षामित्रों ने मथुरा शहर, चौमुहां, गोवर्धन, वृंदावन आदि क्षेत्रों के कई प्राथमिक विद्यालयों में तालाबंदी कर शिक्षण कार्य ठप कर दिया। इससे स्कूल आने वाले बच्चों को बिना पढ़े ही घर वापस लौट जाना पड़ा। जाहिर तौर पर वहां मिड-डे मील भी नहीं बंटा। हालांकि बरसाना, नंदगांव आदि क्षेत्रों में स्कूल खुले और वहां बच्चों को मिड-डे मील भी दिया गया।

सुबह करीब 10 बजे उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के बैनर तले शिक्षामित्र बीएसए कार्यालय पर एकत्र हुए। शिक्षामित्रोें ने पहले बीएसए कार्यालय के सभी कर्मचारियों को बाहर निकाला और फिर कार्यालय के सभी कक्षों में तालाबंदी कर डाली। तकरीबन 200 से 300 शिक्षामित्र बीएसए कार्यालय पर बाहर धरने पर बैठ गए और सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी कर डाली। सिर्फ शिक्षामित्रों के अधीन वाले विद्यालयों में ताले पड़े हुए हैं। वहीं शिक्षामित्रों के दूसरे गुट आदर्श शिक्षक (शिक्षामित्र) वेलफेयर एसोसिएशन ने छावनी रेलवे स्टेशन पर कासगंज पैसेंजर के आगे पटरी पर खड़े होकर, बैठकर नारेबाजी प्रदर्शन किया। हालांकि ट्रेन चलने का समय हुआ तो जीआरपी ने उन्हें हटा दिया। एहतियातन बीएसए कार्यालय पर भी पुलिस, पीएसी तैनात कर दी गई है।

27 स्कूलों पर ताले जड़े, 20 हजार बच्चों की पढ़ाई प्रभावित, आक्रोशित शिक्षामित्रों ने स्कूलों व एबीआरसी में जड़ा ताला, धरने पर बैठे

देवरिया में समायोजन रद किए जाने के तीसरे दिन भी शिक्षामित्रों का आक्रोश चरम पर रहा। आक्रोशित शिक्षामित्रों ने शुक्रवार को रुद्रपुर तहसील क्षेत्र के प्राथमिक स्कूलों और बीआरसी पर ताला जड़ दिया। इसके अलावा करीब पांच सौ की संख्या में शिक्षामित्र बीएसए कार्यालय पर धरने पर बैठे हुए हैं। जिले के सभी शिक्षामित्रों ने पठन-पाठन का पूरी तरह से बहिष्कार कर दिया है। आंदोलन को देखते हुए बीएसए कार्यालय पर पुलिस मुस्तैद है।

शिक्षामित्रों का आंदोलन रफ्तार पकड़ रहा है। रुद्रपुर में शिक्षामित्रों ने सुबह से ही घूम -घूम कर परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूलों में तालाबंदी शुरु कर दी। करीब 11 बजे शिक्षामित्रों का झुंड रुद्रपुर बीआरसी में पहुंचा और गेट पर तालाबंदी कर धरने पर बैठ गए। यहां दो घंटे तक करीब आधा दर्जन कर्मचारी बंधक बने रहे। एसडीएम ने पहुंच कर ज्ञापन लिया और आक्रोशित शिक्षामित्रों को समझा-बुझाकर तालाबंदी खत्म कराई। इसके अलावा देवरिया में बीएसए कार्यालय पर करीब पांच सौ से अधिक शिक्षामित्र धरने पर बैठे हैं। ये लोग प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। आंदोलन को देखते हुए बीएसए उपेंद्र कुमार कार्यालय नहीं पहुंचे। बीएसए कार्यालय पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मुस्तैद हैं।

गोरखपुर में 10 हजार शिक्षामित्रों ने उपवास रख कर किया प्रदर्शन

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के गोरखपुर में कार्यक्रम की सूचना पर इकट्ठा हुए मंडल के 10 हजार से अधिक निराश शिक्षामित्रों ने गुरुवार को उपवास रखकर प्रदर्शन किया था। डिप्टी सीएम का कार्यक्रम रद्द होने की सूचना के बाद गोरखनाथ मंदिर के लिए कूच किए शिक्षामित्रों और पुलिस के बीच धर्मशाला बाजार से गोलघर काली मंदिर के बीच 3 घंटे तक संघर्ष हुआ। शिक्षामित्रों पर पुलिस पानी के बौछार कराए तो वे तोड़फोड़ करने लगे।

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