BOOKS, FIR : कॉपी किताब बिकवा रहे स्कूल के खिलाफ एफआइआर, एफआइआर के बाद भी रखी मिली कॉपी किताब
जागरण संवाददाता,लखनऊ: सोमवार को शिक्षा विभाग और पुलिस बल ने मनमानी फीस व कॉपी किताब बेंच रहे स्कूलों पर छापेमारी की। संयुक्त कार्रवाई में बाजारखाला स्थित एग्जान मांटेसरी स्कूल व राजकुमार एकेडमी से संबंधित दुकान से किताबें व स्टेशनरी बरामद हुई। विभाग की ओर से राजकुमार एकेडमी पर एफआइआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए। जबकि एग्जाम मांटेसरी स्कूल पर करीब 10 दिन पूर्व दर्ज की गई एफआइआर के तहत कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा भवन में प्रेस वार्ता कर जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश त्रिपाठी ने कहा कि स्कूलों द्वारा फीस के नाम पर अवैध वसूली व कॉपी किताब बेंचना अब बंद होगा। अगर कोई स्कूल ऐसा करता पाया गया तो उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्जकर उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी। कहा तत्काल प्रभाव से 25 टीमों का गठन कर ऐसे कारोबारी स्कूलों पर छापेमारी होगी। उन्होंने कहा विद्यालय जनसेवा का कार्य है। इसे व्यवसाय बनाने चुके लोगों को किसी दशा में बक्शा नहीं जाएगा। डीआइओएस ने शिक्षक के वेतन और विद्यालय के खर्च के योग को छात्रों की संख्या से भाग देने पर आई धनराशि को एक बच्चे की फीस होना बताया। इससे अधिक वसूल करना नियम विरुद्ध है। प्रेसवार्ता चल ही रही थी कि कई अभिभावक भी शिक्षा भवन पहुंच गए। अभिभावकों डीआइओएस से कथनी को करनी में बदलने की मांग करने लगे। एक अभिभावक ने बताया कि एफआइआर के बावजूद खालाबाजार स्थित एग्जान मांटेसरी इंटर कॉलेज, खाला बाजार में कॉपी किताब का कारोबार चल रहा। शिकायत पर जिला विद्यालय निरीक्षक उठकर चल पड़े। दल बल के साथ डीआईओएस ने एग्जान मांटेस इंटर कॉलेज पर धावा बोला। शिक्षा विभाग की छापेमारी से स्कूल में हड़कंप मच गया। अफरातफरी के माहौल में टीम ने स्कूल के चारों ओर से घेर लिया। यहां स्कूल की प्रधानाचार्य कक्ष के बगल स्थित बंद कमरे में निजी प्रकाशन की काफी तादात में कॉपी किताब बरामद हुई। प्रधानाचार्य ने किताबों को निजी प्रकाशकों की ओर दिए गए सैंपल के होने की बात कहीं। एडीआइओएस विमलेश कुमार ने किताबों के नमूने ले लिए। इसके बाद टीम तुलसीदास मार्ग स्थित एग्जॉन मांटेसरी इंटर कॉलेज की यूपी बोर्ड की शाखा पहुंची। यहां डीआइओएस ने प्रधानाचार्य से फीस स्ट्रक्चर दिखाने को कहा। साथ ही शिक्षकों की उपस्थिति रजिस्टर व सैलरी रजिस्टर मांगा। इस पर प्रधानाचार्य और क्लर्क द्वारा टाल-मटोल किया जाता रहा। डीआईओएस ने दो घंटे में सभी दस्तावेजों के साथ दो घंटे के भीतर शिक्षा भवन में उपस्थित होने को कहा।
अभियान के तहत क्षेत्र के ही राजकुमार एकेडमी पर भी छापेमारी की गई। यहां अभिभावकों ने बताया कि स्कूल के पास स्थित दुकान विशाल एजेंसी से कॉपी किताब खरीदने को मजबूर किया जाता है। बताई गई दुकान पर छापेमारी के दौरान राजकुमार इंटर कॉलेज कीटैग लगी किताबों के बंडल बरामद हुए। डीआईओएस और एसओ खालाबाजार अनिल कुमार ने दुकान को बारीकी से खंगाला। इस पर उन्हें बिलिंग बाउचर से लेकर अधिकांश दस्तावेजों पर स्कूल का टैग लगा मिला। अधिकारियों ने किताबों का नमूना लिया। साथ ही दुकान को सीज किए जाने और दुकान से सांठगाठ कर स्कूल संचालित करने के आरोप में राजकुमार एकेडमी पर एफआइआर दर्ज कर के निर्देश दिए।
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एफआइआर के बाद भी रखी मिली कॉपी किताब
कॉपी -किताब व स्टेशनरी बेंचने के आरोप में करीब 10 दिन पूर्व एग्जान मांटेसरी स्कूल पर एफआइआर दर्ज हुई थी। अभिभावक की शिकायत पर खुद एडीआइओएस ने यहां छापेमारी कर स्कूल कर्मी को रंगे हाथ पकड़ा था। शिक्षाधिकारियों द्वारा कड़ी कार्रवाई की बात भी कहीं जा रही थी। मगर सोमवार को फिर हुई छापेमारी के दौरान किताबें मिली। ऐसे में स्कूल के हौंसले और शिक्षा विभाग की कार्रवाई दोनों के स्तर अंदाजा लगया जा सकता है।
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क्यूं जागा शिक्षा विभाग
दरअसल, मनमानी फीसवृद्धि व कॉपी किताब के जरिए स्कूलों का वर्षो से धनउगाही का धंधा फलफूल रहा। इसे लेकर अभिभावकों ने कई बार जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से शिकायत की। मगर नतीजा शून्य रहा। प्रदेश में उस वक्त योगी सरकार आई जब विद्यालयों में दाखिले का दौर चल रहा। फीसवृद्धि पर अंकुश लगाने के लिए अभिभावकों की आवाज को सरकार ने गंभीरता से लिया, और अवैध व मनमानी फीस वसूल करने वाले स्कूलों के खिलाफ शिक्षा विभाग को कार्
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