SCHOOL : कई जिलों में विद्यालय शिक्षक विहीन, सर्व शिक्षा अभियान को भेजे डाटा में खुली पोल, विद्यालय निरीक्षण के निर्देश
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : प्रदेश में एकल शिक्षक वाले विद्यालयों की ही भरमार नहीं है, बल्कि ऐसे भी बड़ी संख्या में विद्यालय हैं जहां शिक्षक ही नहीं है। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों की पोल किसी और ने नहीं खुद बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने ही खोली है। उनकी ओर से सर्व शिक्षा अभियान परियोजना कार्यालय को भेजी रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। परियोजना निदेशक ने बीएसए को शिक्षक विहीन दर्शाए गए स्कूलों का निरीक्षण करके रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पिछले दो वर्षो में शिक्षकों की खूब भर्ती हुई है। एक अनुमान के मुताबिक करीब तीन लाख नए शिक्षकों को तैनाती दी गई है।
इसके बाद भी सूबे में एकल शिक्षक एवं शिक्षक विहीन विद्यालयों का मिलना किसी चमत्कार से भी बढ़कर है। साथ ही यह प्रकरण उजागर करता है कि आखिर किस तरह बेसिक शिक्षा अधिकारियों की कृपा पाकर शिक्षक मनचाहे स्कूलों में तैनाती पा रहे हैं जिससे कुछ विद्यालय तैनाती के मामले में हाशिए पर हैं। खास बात यह है कि शिक्षा निदेशक बेसिक दिनेश बाबू शर्मा ने शुक्रवार को ही एकल विद्यालयों पर चिंता जताते हुए समायोजन के निर्देश दिए हैं। वहीं सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक जीएस प्रियदर्शी ने भी एक रिपोर्ट का हवाला देकर विभाग की कलई खोल दी है। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारियों से पूछा है कि उन्होंने जो प्रपत्र भेजे हैं उसमें स्कूलों को शिक्षक विहीन दिखाया गया है। ऐसे स्कूलों का खंड शिक्षा अधिकारी से निरीक्षण कराकर रिपोर्ट मांगी गई है। साथ ही समस्त शिक्षकों की संख्या की ब्लाकवार समीक्षा भी की जाए।
इन जिलों से मांगी गई रिपोर्ट
आगरा, अंबेडकर नगर, अमेठी, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बलरामपुर, बरेली, बांदा, चंदौली, एटा, फैजाबाद, गाजीपुर, गोंडा, हरदोई, हमीरपुर, जौनपुर, लखीमपुर खीरी, मुरादाबाद, प्रतापगढ़, रायबरेली, रामपुर, सहारनपुर, संत कबीरनगर, संभल, शाहजहांपुर, शामली, श्रवस्ती, सिद्धार्थ नगर, सीतापुर, वाराणसी, उन्नाव आदि।
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