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अभ्यर्थी दोबारा भर सकेंगे सीट की च्वाइस : काउंसिलिंग के बीच में करीब सात एडेड कॉलेज और जुड़े

अभ्यर्थी दोबारा भर सकेंगे सीट की च्वाइस : काउंसिलिंग के बीच में करीब सात एडेड कॉलेज और जुड़े

लखनऊ : बीएड की प्रवेश काउंसिलिंग में पहले व दूसरे दिन यानी छह व सात जून को हिस्सा लेने वाले अभ्यर्थी अब अपनी मनपसंद सीट की च्वाइस 11 जून तक दे सकेंगे। यह फैसला बीएड काउंसिलिंग के बीच में सात नए एडेड कॉलेजों के और जुड़ने के कारण किया गया है ताकि विद्यार्थियों को कोई नुकसान न हो।

इन दो दिनों में रैंक एक से लेकर पंद्रह हजार रैंक तक के अभ्यर्थी शामिल हुए थे और इन्हें ही सबसे ज्यादा एडेड कॉलेजों की सीटें मिलने की उम्मीद है। फिलहाल अब सीट एलाटमेंट 12 जून को होगा। वहीं बुधवार, गुरुवार व अब शुक्रवार को जो अभ्यर्थी काउंसिलिंग में शामिल होंगे वह सरकारी व एडेड कॉलेजों की सीटों की च्वाइस देने के बजाए सेल्फ फाइनेंस सीटों की च्वाइस अधिक दें ताकि उन्हें सीट एलाट हो सके। बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के राज्य समन्वयक प्रो. वाईके शर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों को किसी भी तरह का नुकसान न हो इसलिए छह व सात जून को काउंसिलिंग में शामिल हुए अभ्यर्थी अपनी दोबारा ऑनलाइन च्वाइस फिलिंग कर सकते हैं। प्रो. शर्मा ने बताया कि बरेली व गोरखपुर विश्वविद्यालय आदि के करीब सात एडेड कॉलेजों की जानकारी देर में देने के कारण ऐसा करना पड़ रहा है।

फिलहाल अब यह आराम से 11 जून तक दोबारा अपनी च्वाइस भर सकेंगे। वहीं अब आठ जून व उसके बाद से काउंसिलिंग में शामिल हो रहे अभ्यर्थियों को सलाह दी गई है कि वह सरकारी व एडेड कॉलेजों की च्वाइस न दें और अधिक से अधिक सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों की ही च्वाइस दें। गुरुवार को प्रदेश भर में 14 शहरों में से 32 केंद्रों पर 5952 अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग में हिस्सा लिया। इसमें 25001 रैंक से लेकर 39000 रैंक तक के अभ्यर्थी बुलाए गए थे। लखनऊ में करीब 1500 अभ्यर्थियों में से 753 अभ्यर्थी काउंसिलिंग के लिए आए।

सिर्फ 42 प्रतिशत अभ्यर्थी ही पहुंच रहे1बीएड की प्रवेश काउंसिलिंग में अब सिर्फ 42 प्रतिशत अभ्यर्थी ही आ रहे हैं। गुरुवार को 14 हजार में से सिर्फ 5952 अभ्यर्थी ही आए। दरअसल अब सरकारी व एडेड डिग्री कॉलेजों की बीएड की सीटें भर चुकी हैं। ऐसे में अब धीरे-धीरे अभ्यर्थियों का रुझान घट रहा है। आगे विद्यार्थियों को सेल्फ फाइनेंस सीटों की च्वाइस देने की ही सलाह दी जा रही है।

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