स्वच्छ भारत, मोबाइल एप सुधारेगा ‘आपकी आदत’ : बेसिक शिक्षामंत्री अहमद हसन ने की मोबाइल एप की शुरुआत, जागरण पहल और डिटॉल की ओर से स्वच्छता चक्र लांच, 80 प्रतिशत घरों में नहीं है शौचालय
जागरण संवाददाता, लखनऊ : स्वच्छता के लिए सोच बदलनी होगी। केवल शौचालय बनाने भर से बात नहीं बनेगी, स्वच्छता को व्यवहार में शामिल करने की भी जरूरत है। यह तभी मुमकिन है जब लोग शौचालय के इस्तेमाल से होने वाले लाभ को समङोंगे और खुले में शौच की आदत को बदलेंगे। जागरण पहल और डिटॉल बनेगा स्वच्छ इंडिया के एंड्रायड आधारित ‘स्वच्छता चक्र- एक कदम की ओर’ गेम लांच किया गया। यह मोबाइल एप डिटॉल के मैनेजर एक्सटर्नल अफेयर रवि भटनागर के नेतृत्व में बनाया गया है।
शुक्रवार को मीराबाई मार्ग स्थित दैनिक जागरण कार्यालय में हुई इस लांचिंग में मुख्य अतिथि बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने इस एंड्रॉयड एप की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिछले साल क्लीन यूपी ग्रीन यूपी योजना का शुभारंभ किया था।
उप्र पहला ऐसा प्रदेश है जहां बजट का 81 प्रतिशत हिस्सा गांव के लिए जारी किया गया, लेकिन सिर्फ इतने से ही बात नहीं बनेगी। सामाजिक संगठनों के साथ धार्मिक नेताओं को लोगों को जागरूक करना होगा। ग्रामीण लोगों के करीब जाकर उनको यह बताना होगा कि स्वच्छता इंसान की जिंदगी में कितनी जरूरी है। व्यवहारिक परिवर्तन अभियान की सबसे ज्यादा जरूरत झुग्गी-झोपड़ी में है। उन्होंने अभियान में न केवल स्कूलों को बल्कि मदरसों को भी शामिल करने का सुझाव दिया। साथ ही दैनिक जागरण को बधाई देते हुए कहा कि अखबार ने हमेशा सामाजिक सरोकार की खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया है।
विशिष्ट अतिथि प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल ने कहा कि सामाजिक सुधार के कार्य को लेकर बहुत चर्चाएं हो चुकी हैं, अब इसको गांव तक कैसे पहुंचाएं इस पर भी ध्यान देना होगा। हर घर में शौचालय बनाकर गांव को स्वच्छ बनाने के लिए सरकार अपना काम कर रही है, लेकिन सरकार का प्रयास ही काफी नहीं है सामाजिक संगठनों, क्षेत्रीय नेताओं व धार्मिक लोगों को भी आगे आना होगा। घरों में स्वच्छ शौचालय बनाने के साथ उसके महत्व को भी लोगों तक पहुंचाना होगा, तभी खुले में शौच की मानसिकता को बदला जा सकता है। हर गांव से शौचालय बनाने की मांग उठनी चाहिए।
उन्होंने स्वच्छता चक्र मोबाइल एप की तारीफ करते हुए कहा कि इससे काफी सहायता मिलेगी। क्लीन यूपी ग्रीन यूपी बनाने के लिए महिलाओं को जागरूक करने की आवश्यकता है। दैनिक जागरण के संपादक (उप्र) दिलीप अवस्थी ने कहा कि स्वच्छता पूरे देश के लिए जरूरी है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव दोनों ही कोशिशें कर रहे हैं। बेहतर व तंदरुस्त जीवन जीने के लिए स्वच्छता कितनी जरूरी है लोगों को यह बताना होगा। सेहत से बड़ा कोई धन नहीं। यह मोबाइल एप जागरूकता पैदा करने का काम करेगा।
आर बी (दक्षित एशिया) क्षेत्रीय निदेशक नीतीश कपूर ने कहा कि अपने क्षेत्र में विशाल जन समुदाय तक स्वच्छता और साफ-सफाई का संदेश पहुंचाने में आशा कार्यकर्ता महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। डिटॉल बनेगा स्वच्छ इंडिया अभियान के तहत स्वच्छता चक्र गेम अनोखा व पहला प्रयास है। हमें विश्वास है कि यह प्लेटफार्म स्वच्छता और साफ-सफाई का संदेश व्यापक रुप से बड़े जन समूह तक पहुंचा पाने में सफल होगा। पहल संस्था के चेयरमैन एसएम शर्मा ने अभियान से जुड़ी तमाम बातें बताईं। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान होने वाली सभी चीजों को लिखा जा रहा है। साथ ही बराबर अभियान की मोनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने आए मेहमानों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम के दौरान दैनिक जागरण लखनऊ के महाप्रबंधक जेके द्विवेदी ने अतिथियों का स्वागत किया।दैनिक जागरण व पहल की ओर से आयोजित कार्यक्रम में जागरूकता एप लांच करते संपादक दैनिक जागरण (उप्र) दिलीप अवस्थी, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल, बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन व पहल के चेयरमैन एसएन शर्मा तथा पैनल में दैनिक जागरण लखनऊ के महाप्रबंधक जेके द्विवेदी के साथ उपस्थित अन्य लोगप्रोजेक्ट मैनेजर अरुंधती दास व प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर साहिल तलवार ने प्रोजेक्टर पर अभियान की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने स्लाइड के माध्यम से बताया कि केवल शौचालय बनाने से ही बात नहीं बनेगी, लोगों में साफ-सफाई की आदत डालकर ही उनकी सोच में बदलाव लाया जा सकता है। यह अभियान लोगों को जागरूक कर उनकी मानसिकता को बदलने का काम करेगा। उन्होंने एक आंकड़े के अनुसार बताया कि उप्र व बिहार के करीब 80 प्रतिशत ग्रामीण इलाकों के घरों में आज भी शौचालय नहीं है, लोग खुले में शौच करते हैं। खुले में शौच से उनके शरीर पर भी इसका असर पड़ रहा है। अभियान के तहत दोनों प्रदेश के 200 गांव की करीब तेरह लाख आबादी को टारगेट किया जा रहा है, जहां नुक्कड़ नाटक और वॉल पेंटिंग के जरिए ग्रामीणों को व्यवहार परिवर्तन के लिए जागरूक करने का काम चल रहा है।
अरुंधती दासगूगल प्ले पर ‘स्वच्छता चक्र-एक कदम के नाम’ एंड्रॉयड मोबाइल एप मौजूद है। कोई भी एंड्रॉयड मार्केट में जाकर निश्शुल्क ऐप को डाउनलोड कर सकता है। एप की खासियत यह है कि खेल-खेल में यह लोगों को व्यवहार परिवर्तन की सीख देता है। एप में तीन पड़ाव हैं। पहला पड़ाव घर में साफ-सफाई कैसे करें। दूसरा गांव को खुले में शौच से मुक्त कैसे कराएं और तीसरा पर्यावरण को स्वच्छ और बेहतर कैसे बनाया जाए पर बेस है। एप में एक आशा बहु को भी शामिल किया गया है। हालांकि, अभी दूसरा व तीसरा पड़ाव पर कार्य चल रहा है।
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📌 स्वच्छ भारत, मोबाइल एप सुधारेगा ‘आपकी आदत’ : बेसिक शिक्षामंत्री अहमद हसन ने की मोबाइल एप की शुरुआत, जागरण पहल और डिटॉल की ओर से स्वच्छता चक्र लांच, 80 प्रतिशत घरों में नहीं है शौचालय
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