logo

Basic Siksha News.com
बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट कॉम

एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

मिड डे मील में उलझे नौनिहाल, पढ़ाई चौपट : प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई की स्थिति दयनीय गुरुजी भी पढ़ाई में कम मिड डे मील की गुणवत्ता के प्रति रहते हैं ज्यादा सजग

मिड डे मील में उलझे नौनिहाल, पढ़ाई चौपट : प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई की स्थिति दयनीय गुरुजी भी पढ़ाई में कम मिड डे मील की गुणवत्ता के प्रति रहते हैं ज्यादा सजग

🌑 मिड डे मील में उलझे नौनिहाल, पढ़ाई चौपट

🌑 प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई की स्थिति दयनीय

🌑 गुरुजी भी पढ़ाई में कम मिड डे मील की गुणवत्ता के प्रति रहते हैं ज्यादा सजग

🌑 सत्र शुरू हुए एक माह फिर भी डेस व किताबों की फिक्र किसी को नहीं

जागरण संवाददाता, लखनऊ : सरकारी प्राथमिक स्कूलों में मिडडे मील के चक्कर में पूरी शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है। स्कूलों में पढ़ाई से ज्यादा मिडडे मील और उसकी गुणवत्ता की फिक्र की जाती है जिससे उसे खाने के बाद कोई नौनिहाल बीमार न होने पाए। इसके चलते नौनिहाल भी मिडडे मील में उलझे हैं तो उनकी पढ़ाई पूरी तरह से चौपट है। इसकी फिक्र न सरकार को है और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को। हर कोई मिडडे मील के खेल में ही उलझा हुआ है।

सबसे खास बात तो यह है कि नया शैक्षिक सत्र शुरू हुए एक माह से अधिक समय हो गया है, लेकिन नौनिहालों को न तो किताबें मिल पाईं हैं और न डेस। ऐसे में नए शैक्षिक सत्र और शिक्षा के प्रति सरकार के नजरिए को आसानी से समझा जा सकता है। ड्रेस और किताबें मिलना तो दूर बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से अभी तक इसके लिए टेंडर व बजट की व्यवस्था भी नहीं की जा सकी है। 

जियामऊ स्थित प्राथमिक विद्यालय में शुक्रवार को बच्चे पढ़ाई के बजाय नौ बजने का इंतजार कर रहे थे। छात्रों के स्कूल बैग में किताबों की जगह बर्तन रखे हुए थे। जैसे ही नौ बजे की घंटी बजे छात्र मिडडे मील की तरफ टूट पड़े। मिडडे मील को परोसने की व्यवस्था स्कूल के शिक्षकों को ही निभानी पड़ती है। कभी कोई शिक्षक तो कभी कोई शिक्षक। इसके अलावा छात्र भी परोसने का काम करते हैं। लाइन लगाकर छात्र बैठते हैं और मिडडे मील का स्वाद लेते हैं। शिक्षक पढ़ाई से ज्यादा मिडडे मील को लेकर फिक्रमंद रहते हैं। एक शिक्षक नाम न लिखने की शर्त पर कहते भी हैं कि सरकार का ध्यान बच्चों का गुणवत्तापरक शिक्षा देने के बजाय मिडडे मील में उलझाए रखना चाहती है। सरकार को चाहिए कि स्कूलों में शिक्षकों की संख्या व अन्य संसाधन बढ़ाकर शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करें, न कि मिड डे मील के चक्कर में नौनिहालों का भविष्य चौपट करे।

इसी तरह फैजुल्लागंज क्षेत्र के अन्तर्गत पूर्व माध्यमिक विद्यालय गाजीपुर बलराम में सुबह छात्र पढ़ाई से ज्यादा मिड डे मील को लेकर चिंतित दिखे। यहां के शिक्षक अशोक कुमार त्रिवेदी कहते हैं कि स्कूलों में मिडडे मील के वितरण को लेकर काफी समस्या होती है। छात्र भी पढ़ाई से ज्यादा इसी में उलझे रहते हैं। सरकार को चाहिए पढ़ाई के प्रति ज्यादा ध्यान दे। समय से छात्रों को किताबें व डेस मिले और स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर की जानी। सिर्फ मिडडे मील को लेकर फिक्रमंद रहने से कुछ नहीं होने वाला। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार त्रिपाठी कहते हैं कि स्कूलों में पढ़ाई के साथ ही मिडडे मील की गुणवत्ता व उसे सही तरीके से वितरण को लेकर ध्यान दिया जाता है। ऐसा नहीं है कि पढ़ाई व्यवस्थित नहीं होती है। किताबें व डेस मिलने के सवाल पर त्रिपाठी कहते हैं कि जब आएंगी तब वितरण होंगी।

बेचा जा रहा पुष्टाहार

संसू, माल : आंगनबाड़ी केंद्रों पर वितरण किये जाने वाला पुष्टाहार अब जानवरों की सेहत सुधारने के लिए कार्यकत्रियों द्वारा बेचा जा रहा है। भेटौरा गांव के ग्रामीणों ने पुष्टाहार खरीदने वाले को बोरियों सहित पकड़ कर पुलिस के हवाले किया। पुलिस ने ग्राम प्रधान की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है। गुरुवार देर रात भेटौरा के ग्रामीणों ने एक युवक को बाइक पर पुष्टाहार के चार बैग 80 किलो लादते देखा तो उसे पकड़ लिया। आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा पुष्टाहार बेचे जाने की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर पुष्टाहार सहित थाने ले आई। पूछताछ में युवक ने अपना नाम थरी गांव निवासी रहीश पुत्र जहूर बताया। ग्राम प्रधान रामकुमारी यादव की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया। आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा पुष्टाहार बेचे जाने के संबंध में बालविकास परियोजना अधिकारी माल कुसुम पाल ने बताया कि भिटौरा की आंगनबाड़ी कार्यकत्री राजवती बीती चार मई को माल कार्यालय से पुष्टाहार उठाकर ले गई थी। जिसे बेचे जाने की बात पता चली है, जिसकी जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

Post a Comment

3 Comments

  1. 📌 मिड डे मील में उलझे नौनिहाल, पढ़ाई चौपट : प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई की स्थिति दयनीय गुरुजी भी पढ़ाई में कम मिड डे मील की गुणवत्ता के प्रति रहते हैं ज्यादा सजग
    👉 http://www.basicshikshanews.com/2016/05/blog-post_90.html

    ReplyDelete
  2. 📌 मिड डे मील में उलझे नौनिहाल, पढ़ाई चौपट : प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई की स्थिति दयनीय गुरुजी भी पढ़ाई में कम मिड डे मील की गुणवत्ता के प्रति रहते हैं ज्यादा सजग
    👉 http://www.basicshikshanews.com/2016/05/blog-post_90.html

    ReplyDelete
  3. 📌 मिड डे मील में उलझे नौनिहाल, पढ़ाई चौपट : प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई की स्थिति दयनीय गुरुजी भी पढ़ाई में कम मिड डे मील की गुणवत्ता के प्रति रहते हैं ज्यादा सजग
    👉 http://www.basicshikshanews.com/2016/05/blog-post_90.html

    ReplyDelete