स्कूली बच्चे भी जानेंगे दादी-मां के देसी नुस्खे : पहले चरण में प्रदेश के दस जिलों के दो-दो ब्लाकों के स्कूलों में यह योजना होगी शुरू
वाराणसी : प्रदेश के स्कूलों के बच्चे अब दादी-मां के नुस्खे भी जानेंगे। उन्हें ये जानकारी आयुर्वेदिक कॉलेज के डॉक्टर देंगे। वे उन्हें आयुर्वेद और आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के बारे में भी बतायेंगे। इसका मकसद आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार करना है। साथ में हल्की-फुल्की बीमारियों के इलाज के बारे में बताना भी है। पहले चरण में प्रदेश के दस जिलों के दो-दो ब्लाकों के स्कूलों में यह योजना शुरू होगी, जिनमें वाराणसी के स्कूल भी शामिल हैं।
प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा और आयुष अनूपचंद्र पांडेय ने ये बातें मंगलवार को राजकीय आयुर्वेद कॉलेज के निरीक्षण के दौरान बताई। उनका कहना था कि प्रदेश शासन आयुर्वेद और योग को बढ़ावा दे रही है। प्रदेश के 17 जिलों में योग केंद्र की स्थापना होगी। जिसमें एक प्रशिक्षक तैनात होगा, जो लोगों को योग का प्रशिक्षण देगा। इसके आलावा बनारस में भदरासी में 50 बेड का आयुर्वेदिक अस्पताल भी खोला जाएगा।
आयुर्वेद कॉलेज की सुविधाएं बढ़ेंगी
आयुर्वेद कालेज का निरीक्षण करने के बाद अनूपचंद्र पांडेय ने माना कि आयुर्वेद कॉलेज और अस्पताल में कर्मचारियों की कमी है। इसे आउटसोर्सिंग के माध्यम से दूर करने की कोशिश की जाएगी। दवाओं के लिए भी पैसा दिया जा रहा है। यहां पर आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों का भी लाभ मिल सके, इसके लिए जिला अस्पताल के डॉक्टरों को सम्बद्ध किया जाएगा।
11 नए मेडिकल कॉलेज खुलेंगे
प्रमुख सचिव ने बताया कि यूपी में 11 नए मेडिकल कॉलेज खुलेंगे। पांच जिला अस्पतालों को सुविधाएं बढ़ाकर मेडिकल कॉलेज का दर्जा दिया जाएगा। इन जिलों में बंदायू, चंदौली, जौनपुर नजीबाबाद, बस्ती फैजाबाद, बहराइच, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद आदि शामिल हैं। गोरखपुर में बच्चों के लिए 500 बेड का सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पीटल बनेगा।
मेडिकल क्षेत्र में युवाओं को मिलेगा मौका
11 नए मेडिकल कॉलेज खुल जाने से एमबीबीएस में 1300 और सीटें बढ़ जाएंगी। अभी 1340 सीटें हैं। आजादी के बाद कभी इतने सीटें नहीं बढ़ीं। प्रमुख सचिव ने बताया मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए कामन एंट्रेस टेस्ट 'नीट' पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का अध्ययन किया जा रहा है। उसके आलोक में कार्रवाई होगी। आयुर्वेदिक कॉलेजों में दाखिले के लिए सीपीएमटी होगी।
आयुर्वेद शिक्षकों की सेवाशर्तों में होगा सुधार
प्रमुख सचिव ने आयुर्वेद कॉलेज के शिक्षकों के साथ अलग से बैठक की । उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सेवा शर्तों में सुधार किया जाएगा। एलोपैथिक डॉक्टरों के समान किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ.एसएन सिंह भी मौजूद थे।
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