लाठीचार्ज के बाद से लापता है मुकेश : सिविल लाइंस पुलिस ने भगाया डीआईजी ने दिया मुकेश को ढूंढने का आश्वासन, मुकेश की तलाश में एटा से आए भाई और बहनोई
संदिग्ध हालात
🌑 शिक्षा निदेशालय में हुए लाठीचार्ज के बाद से घर नहीं लौटा, पूरे घर का जिम्मा है मुकेश पर
🌑 मुकेश की तलाश में एटा से आए भाई और बहनोई
इलाहाबाद निज संवाददाता : शिक्षा निदेशालय में मंगलवार रात धरने के दौरान हुए लाठीचार्ज के बाद से एक युवक के लापता होने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। युवक की तलाश में गुरुवार को एटा से उसके घरवाले शहर आए। परिजन सिविल लाइंस थाने पहुंचे। वहां से मिली निराशा के बाद वह डीआईजी से मिले और तहरीर दी। डीआईजी ने हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया।एटा जिले के निधौली कलां थाना क्षेत्र का नगला सेवा गांव निवासी मुकेश बाबू यादव (40) चार भाइयों में तीसरे नम्बर पर है। गुरुवार सुबह बहनोई रूकमपाल सिंह व अन्य घरवालों के साथ शहर आए उसके छोटे भाई सुखेश यादव ने बताया कि मुकेश बाबू भी बीएड डिग्रीधारी टीईटी पास है। वह शिक्षा निदेशालय में अन्य युवाओं के साथ धरने में शामिल होने के लिए परिवार के ही अवधेश यादव के साथ शहर आया था। दो अप्रैल की शाम अवधेश के मोबाइल से उनकी बात भी हुई। तीन अप्रैल की रात लाठीचार्ज के बाद से मुकेश लापता हो गया। अवधेश घर पहुंचा तो सारी बात बताई पर मुकेश बाबू घर नहीं पहुंचा। मुकेश के घरवाले गुमशुदगी की तहरीर देने सिविल लाइंस थाने पहुंचे तो उन्हें भगा दिया गया। उसके बाद वह डीआईजी कार्यालय पहुंचे और डीआईजी को तहरीर दी। डीआईजी ने एफआईआर लिखाने को तो नहीं कहा पर मुकेश बाबू को ढूंढने का आश्वासन जरूर दिया है।
मुकेश के छोटे भाई सुखेश यादव ने बताया कि उनके पिता सियाराम यादव और मां की बहुत पहले ही मौत हो चुकी है। सबसे बड़े भाई अपनी फैमिली के साथ ननिहाल में रहते है। पूरे घर की जिम्मेदारी मुकेश बाबू पर है। उसके न होने से घरवाले परेशान हैं। सुखेश ने बताया कि मुकेश की दो बेटियां एक पांच वर्ष की कोमल तो दूसरी तीन वर्ष की सीमा है। अभी 15 दिन पहले ही मुकेश बेटे के पिता बना है। उसके गायब होने की बात उसकी पत्नी सीमा से अभी छिपाई गई है ताकि उनकी तबीयत न बिगड़ जाए।
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📌 लाठीचार्ज के बाद से लापता है मुकेश : सिविल लाइंस पुलिस ने भगाया डीआईजी ने दिया मुकेश को ढूंढने का आश्वासन, मुकेश की तलाश में एटा से आए भाई और बहनोई
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