सूचना न देने, लापरवाही पर खंड शिक्षा अधिकारियों का वेतन रोका : निरीक्षण के दौरान कई खंड शिक्षा अधिकारी 15 मिनट या आघा घंटा लेट होने पर शिक्षकों से अवैध उगाही करते हैं और जो शिक्षक उसका करते हैं विरोध
बुलंदशहर : बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात खंड शिक्षा अधिकारियों को लापरवाही करना और सरकारी कार्यों की समय से सूचना न देना भारी पड़ गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों का वेतन रोक दिया है। उन्होंने कहा कि लापरवाही करने पर यह कार्रवाई की गई है।
बेसिक शिक्षा विभाग में ब्लाक स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारियों की तैनाती होती है। यह अधिकारी संबंधित ब्लाक के सभी स्कूलों का रिकार्ड, शिक्षा की गुणवत्ता एवं शिक्षकों की मोनिटरिंग के लिए होते हैं, लेकिन अधिकतर खंड शिक्षा अधिकारी अपने दायित्व का सही से निर्वहन नहीं कर रहे हैं। कई ब्लाक के की स्थिति तो ऐसी है, जहां 30 से 40 प्रतिशत शिक्षक-शिक्षिकाएं पहुंचते ही नहीं है और कई ब्लाक ऐसे हैं, जहां शिक्षक दो घंटे लेट पहुंचते हैं और एक घंटे पहले निकल लेते हैं। यह सब खंड शिक्षा अधिकारियों की सह पर ही होता है।
इतना ही नहीं निरीक्षण के दौरान कई खंड शिक्षा अधिकारी 15 मिनट या आघा घंटा लेट होने पर शिक्षकों से अवैध उगाही करते हैं और जो शिक्षक उसका विरोध करता है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। शिक्षा की व्यवस्था को सुधारने के लिए न तो शिक्षकों पर कार्रवाई होती है और न ही निरीक्षण। सच्चाई तो यह है कि कोई भी अपने दायित्व को निभाने के लिए ही तैयार नहीं है। बेसिक शिक्षा अधिकारी वेदराम ने बताया कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों का वेतन रोक दिया गया है। उन्होंने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं और समय से सूचनाएं उपलब्ध नहीं करा रहे हैं। इसलिए सभी का वेतन रोक दिया गया है।
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📌 सूचना न देने, लापरवाही पर खंड शिक्षा अधिकारियों का वेतन रोका : निरीक्षण के दौरान कई खंड शिक्षा अधिकारी 15 मिनट या आघा घंटा लेट होने पर शिक्षकों से अवैध उगाही करते हैं और जो शिक्षक उसका करते हैं विरोध
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