पुरानी पेंशन लागू करने की मांग : मांग पूरी न होने पर उन्होंने एक मई को बड़ा प्रदर्शन का एलान किया, शिक्षकों व कर्मचारियों ने हाथों में काली पट्टी बांधकर जताया विरोध
लखनऊ : पुरानी पेंशन समाप्ति के विरोध में शिक्षकों व कर्मचारियों ने हाथों में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। शुक्रवार को काला दिवस मनाते हुए प्रदर्शनकारियों ने पुरानी पेंशन लागू करने की सरकार से मांग की। मांग पूरी न होने पर उन्होंने एक मई को बड़ा प्रदर्शन का एलान किया।
टीचर्स/इंपलाइज वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा) के आह्वान पर काफी संख्या में प्रदर्शनकारी हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा स्थल पर एकत्र हुए। एक दिवसीय धरना देने के बाद एसोसिएशन ने जिला प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मंच के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु ने कहा कि एक अप्रैल 2005 को पुरानी पेंशन व्यवस्था बंद कर शेयर आधारित पेंशन व्यवस्था कर्मचारियों पर थोप दी गई, जिसका कर्मचारी कई वर्षो से विरोध कर रहे हैं। इसलिए ही एक अप्रैल को काला दिवस के रुप में मनाया जाता है। धरने में संयुक्त कर्मचारी पेंशनर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अमर नाथ यादव के अलावा राजेश यादव व रवींद्र वर्मा सहित कई लोग उपस्थित रहे।
लखनऊ(एसएनबी)। पुरानी पेंशन बहाल करने सहित अन्य मांगों को लेकर आल टीर्चस एम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले कर्मचारियों ने जीपीओ पर धरना-प्रदर्शन कर अपर नगर मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ज्ञापन भेजा।इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष विजय सिंह बंधु ने कहा कि केन्द्र व राज्य की सरकारें नागरिकों को तरह-तरह की पेंशन देने का काम कर रही हैं। इसके अलावा एक दिन के लिए बने सांसद व विधायक को आजीवन पेंशन व पारिवारिक पेंशन दिया जाता है और सरकारी कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है और उन्हें पेंशन योजना से बाहर कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब केन्द्र व प्रदेश की सरकारों से मांग की है कि नवयुवकों को भी पेंशन योजना बहाल की जाय। धरने पर राजेश यादव, रमेश चन्द्र, संजय यादव, सुनील यादव, डा. नीरजपति त्रिपाठी व रवीन्द्र वर्मा सहित अन्य कर्मचारी शिक्षक मौजूद थे।
0 Comments