बजट में हिस्सेदारी के लिहाज से प्राथमिक शिक्षा अव्वल : कृषि और ग्राम्य विकास दूसरे पायदान पर
राब्यू, लखनऊ : शुक्रवार को पेश किये गए वित्तीय वर्ष के बजट का कुल आकार 346935 करोड़ रुपये है। बजट में प्राथमिक शिक्षा की सर्वाधिक 12.2 फीसद हिस्सेदारी है लेकिन इसका बड़ा हिस्सा परिषदीय शिक्षकों और शिक्षणोत्तर कर्मचारियों के वेतन व पेंशन पर खर्च होता है। बजट में प्राथमिक शिक्षा सेक्टर के लिए 42205 करोड़ रुपये आवंटित किये गए हैं जबकि पिछले बजट में 33606.72 करोड़ रुपये का प्रावधान था। शिक्षकों की भर्ती और शिक्षामित्रों के समायोजन के मद्देनजर प्राथमिक शिक्षा के बजट में 18.5 फीसद की वृद्धि की गई है।
दूसरे नंबर पर कृषि एवं ग्राम्य विकास हैं। इस सेक्टर के लिए बजट में 38246.43 करोड़ रुपये आवंटित हैं। बजट में इस सेक्टर की हिस्सेदारी 11 फीसद है। पिछले बजट की तुलना में कृषि एवं ग्राम्य विकास सेक्टर का बजट आवंटन 10.5 फीसद बढ़ाया गया है। तीसरा स्थान ऊर्जा सेक्टर का है जिसकी हिस्सेदारी 9.8 प्रतिशत है।
बजट में ऊर्जा सेक्टर के लिए 33862 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं और पिछली बार की तुलना में इसके आवंटन में 31.5 फीसद की वृद्धि की गई है। चौथे स्थान पर चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण सेक्टर है जिसके लिए 19383 करोड़ आवंटित किये गए हैं। कुल बजट में इस सेक्टर की हिस्सेदारी 5.6 फीसद है और पिछली बार की तुलना में इसके लिए आवंटन 21.7 फीसद बढ़ाया गया है।
0 Comments