मीना की दुनिया (Meena Ki Duniya) - रेडियो प्रसारण एपिसोड 52 । कहानी का शीर्षक - "सुनहरी को बचाओ"
मीना की दुनिया-रेडियो प्रसारण
दिनांक 7/12/2015
आकाशवाणी केन्द्र - लखनऊ
समय- 11:15 से 11:30 am तक
एपिसोड- 52
आज की कहानी का शीर्षक - “सुनहरी को बचाओ”
टन टन टन टन ... स्कूल की घंटी बजी और बच्चों की झड़ी स्कूल से बाहर निकली। मीना और उसके दोस्त रोज़ ही की तरह बाते करते घर की ओर जा रहे थे, कितभी पास के कुएँ से रंभाने की आवाज़ सुनाई पड़ी।
मीना और उसके दोस्त कुएं के पास दौड़े और भीतर झांक कर देखा। अरे, यह तो रानो की बछिया ‘सुनहरी’ है! सुनहरी को कुएं में गिरा देख, रानो खूब ज़ोर-ज़ोर से रोने लगी।
मीना ने रानो को दिलासा देते हुए कहा, “रो मत रानो, सब ठीक हो जाएगा। मैं अभी जाती हूँ और बहनजी को बुलाकर लाती हूँ”
मीना फ़ौरन गई और बहनजी को ले आई। बहनजी को देख रानो मेरी सुनहरी.... मेरी सुनहरी कह बिलख-बिलखकर रोने लगी।
बहनजी ने रानो को समझाया, “रानो! हर समस्या का कोई ना कोई हल होता है ....अगर हम समस्या से ही घबरा जाएँगे, रोने लगेंगे ,तो उसका हल कैसे सोचेंगे , बोलो!चलो अब रोना बंद करो, हम सब मिलकर इसका हल सोचते हैं”
फिर सभी बच्चे और बहनजी एकजुट हो सोचने लगे।
दीपा बोली, “बहनजी, क्यों न हम एक लंबी सीढ़ी कुएं में डाल दें, उस पर चढ़ सुनहरी बाहर आ जाएगी ...है ना?”
“......पर इतनी लंबी सीढ़ी आएगी कहाँ से?“ सभी ने हैरानी से पूँछा।
सुमी ने भी तरकीब सुझाई, “अगर एक मोटी रस्सी होती तो उसे पकड़कर मै नीचे जाती और सुनहरी को ऊपर ले आती|”
“यह कैसे हो सकता है?सुनहरी तुम्हारी छोटी-सी बकरीमुन-मुन थोड़ी ही है जिसे
उठाकर तुम ऊपर ले आओगी”,बहनजी ने समझाते हुए कहा।
रीता ने कहा, “अगर हम कुँए में कुर्सी डालें तो? जब मुझे घर में ऊपर से कोई चीज़
उठानी होती है तो मैं कुर्सी पर चढ़, उतार लेती हूँ ... ऐसे ही सुनहरी कुर्सी पर चढ़ ...”
“क्या सुमी, सुनहरी कुर्सी पर कैसे चढ़ सकती है? और वैसे भी हम इतनी ऊँची कुर्सी कहाँ से लाएँगे?” दीपा ने पूँछा ।
“अब हम क्या करें? ”सभी बच्चे गंभीर स्वर में बोले।
1 Comments
📌 मीना की दुनिया (Meena Ki Duniya) - रेडियो प्रसारण एपिसोड 52 । कहानी का शीर्षक - "सुनहरी को बचाओ"
ReplyDelete👉 READ MORE 👇👆 http://www.basicshikshanews.com/2015/12/meena-ki-duniya-52.html