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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

यूपी में एक जनवरी से ऑनलाइन लगेगी स्टूडेंट्स की हाजिरी : आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि इसके लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने ऑनलाइन सॉफ्टवेयर तैयार किया

यूपी में एक जनवरी से ऑनलाइन लगेगी स्टूडेंट्स की हाजिरी : आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि इसके लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने ऑनलाइन सॉफ्टवेयर तैयार किया



बलिया । उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में एक जनवरी से छात्र- छात्राओं की हाजिरी ऑनलाइन भरी जाएगी।

आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि इसके लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने ऑनलाइन सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इस योजना के तहत शिक्षकों को अब सुबह विद्यार्थियों की उपस्थिति के बाद अपने मोबाइल से बेसिक शिक्षा परिषद को मैसेज भेजना होगा, जिससे विभाग की सभी योजनाओं में होने वाले धन के दुरुपयोग को रोका जा सके।

बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों को उनके क्लास रूम में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की विद्यालय के रजिस्टर में हाजिरी लेने के साथ ही परिषद को अपने मोबाइल से एक मैसेज भी भेजना होगा। इस मैसेज के पहुंचते ही परिषद के सॉफ्टवेयर में विद्यार्थियों की हाजिरी लग जाएगी।
      
गौरतलब है कि परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या और उन्हें मिलने वाली सरकारी सुविधाओं में पारदर्शिता रहे, इसके लिए शासन ने परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की हाजिरी ऑनलाइन करने की व्यवस्था की है। इस व्यवस्था से शिक्षक भी समय से विद्यालय पहुंचेंगे।  

सूत्रों ने बताया कि इस योजना के लागू होने पर बच्चों के अभिभावक भी बच्चों को विद्यालय समय से भेजेंगे। इससे परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई के प्रति बच्चों में रुझान आएगा। इसके अलावा परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई की गुणवत्ता भी सुधरेगी। प्रधानाध्यापक अपने रजिस्टर्ड नंबर से ही कक्षावार छात्र-छात्राओं की हाजिरी स्कूल खुलने के समय के एक घंटे के अंदर भेजेंगे। ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई होगी।
      
उन्होंने बताया कि इसके अनुसार ही विद्यार्थियों के मिड डे मील (एमडीएम) में वितरण समेत अन्य सभी योजनाओं का लाभ भी विद्यार्थियों को विधिवत रूप से दिलाया जाएगा। शिक्षक हाजिरी रजिस्टर में एक दिन बाद शततिशत हाजिरी दिखाकर एमडीएम और अन्य योजनाओं में सरकारी धन का दुरुपयोग करने पर फंसेंगेए क्योंकि शिक्षक द्वारा मैसेज भेजे जाने के बाद विभागीय अधिकारियों द्वारा भी अपनी निरीक्षण आख्या में विद्यालय के उपस्थित बच्चों की संख्या दर्ज कर बेसिक शिक्षा अधिकारी बीएसए को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।

परिषद की नीतियों के अनुसार शिक्षकों की हाजिरी कराने के लिए खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं, जिससे विधिवत रूप से कार्रवाई की जा सके। गड़बड़ी मिलने पर शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई होगी। हेराफेरी पकड़े जाने पर उसे सीधे सीधे गबन का मामला माना जाएगा।

 √यहां क्लिक कर, परिषदीय अध्यापक उपस्थित माड्यूल के अन्तर्गत SMS द्वारा छात्रों की उपस्थिति भेजने हेतु तकनीकि दिशा निर्देश के सम्बन्ध में शासनादेश जारी | 


 बुलंदशहर : बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति में खेल करने वाले शिक्षकों पर अंकुश लगाने के लिए शासन ने नई पहल शुरू की है। इस पहल के लिए जनपद के एनआइसी में ट्रायल भी शुरू हो गया है, जिससे एक जनवरी से शुरू होने वाली प्रक्रिया में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। यदि ट्रायल के दौरान कोई समस्या आती है तो उसे एक जनवरी से पहले ही सुधार लिया जाएगा। शिक्षा की नींव को मजबूत करने के लिए शासन लगातार नए-नए प्रयास कर रहा है। अब बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक और प्रधानाध्यापकों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए शासन ने समाजवादी पेंशन योजना के अंतर्गत बच्चों की हाजिरी एसएमएस से लगाने के आदेश दिए हैं। अब शिक्षक और प्रधानाध्यापक बच्चों की हाजिरी में खेल नहीं कर पाएंगे। मिड-डे मील में भी बच्चों की गलत हाजिरी दर्शाकर भारी घालमेल किया जाता था, लेकिन एसएमएस से उस पर भी अंकुश लगेगा। एक जनवरी से पूरे प्रदेश में एसएमएस योजना लागू हो रही है। बुलंदशहर में भी शिक्षा विभाग के अधिकारी और एनआइसी ने इसका ट्रायल शुरू कर दिया है। एनआइसी में कई स्कूलों से मैसेज कराए गए, जिन स्कूलों से एसएमएस नहीं पहुंच पाए। उन स्कूलों की समस्या का समाधान निकाला जा रहा है। सुबह हाजिरी के बाद तुरंत बच्चों की संख्या एनआइसी पहुंचेगी और एनआइसी से उसे सीधे शासन को भेज दिया जाएगा। छात्र संख्या एनआइसी में आने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी कुछ स्कूलों में जाकर प्रतिदिन चेकिंग करेंगे कि शिक्षकों ने छात्रों की गलत संख्या तो नहीं भेज दी है। यदि शिक्षक इस संख्या में खेल करते हैं तो उनके खिलाफ सीधे निलंबन की कार्रवाई के साथ-साथ शासन को लिखा जाएगा। शासन अपने स्तर से शिक्षकों को अपने स्तर से बर्खास्त भी कर सकता है। बेसिक शिक्षा अधिकारी पूरन सिंह ने बताया कि ट्रायल प्रक्रिया चल रही है। एक जनवरी से हर हाल में एसएमएस प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

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