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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

खंड शिक्षाधिकारी ने जुलाई में जांच से जताई थी असमर्थता ; रिश्वत लेते रंगे हाथ धरे गये : बीआरसी पर हुई कार्रवाई से शिक्षा महकमे में सनसनी, हैरत में सभी

खंड शिक्षाधिकारी ने जुलाई में जांच से जताई थी असमर्थता : बीआरसी पर हुई कार्रवाई से शिक्षा महकमे में सनसनी, हैरत में सभी

√अगस्त में एडी बेसिक ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर सौंपी थी जांच

√बीआरसी पर हुई कार्रवाई से शिक्षा महकमे में सनसनी, हैरत में सभी

फीरोजाबाद : खंड शिक्षाधिकारी नारखी प्रवीन अग्रवाल को जिस जांच के लिए रिश्वत मांगने के आरोप में विजीलेंस ने पकड़ा है, उक्त मामले की जांच करने में जुलाई माह में एबीएसए अग्रवाल ने असमर्थता जता दी थी. तब एडी बेसिक आगरा ने अगस्त माह में तीन सदस्यीय कमेटी बनाते हुए टूंडला खंड शिक्षाधिकारी मो.रिजवान एवं फीरोजाबाद खंड शिक्षाधिकारी अनिल कुमार को शामिल करते हुए जांच रिपोर्ट मांगी थी. ऐसे में नारखी ब्लाक संसाधन केंद्र पर घटे घटनाक्रम से समूचे शिक्षा विभाग में हैरानी है.

मामला मथुरा के दो शिक्षकों से जुड़ा हुआ है. मांट विकास खंड के पूर्व माध्यमिक स्कूल डहरुआ के सहायक अध्यापक आलोक उपाध्याय के साथ में इसी विकास खंड के प्राथमिक स्कूल भूतिया के शिक्षक पुष्पेंद्र सिंह के खिलाफ राधापुरम एस्टेट निवासी सत्यवीर सिंह ने शिकायत की थी. मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक गिरजेश कुमार चौधरी ने तीन जून को इसकी जांच नारखी के खंड शिक्षाधिकारी प्रवीन अग्रवाल को सौंपी, लेकिन अग्रवाल ने जांच को विस्तृत बताते हुए 15 जुलाई को जांच में असमर्थता व्यक्त करते हुए त्रिसदस्यीय जांच कमेटी गठित करने के अनुरोध के साथ में एडी बेसिक को पत्र भेज दिया. इस पत्र के मिलने के बाद में 14 अगस्त को एडी बेसिक ने एक अन्य पत्र जारी करते हुए तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया. इस जांच कमेटी में टूंडला एवं फीरोजाबाद के खंड शिक्षाधिकारी को शामिल किया गया. सूत्रों की माने तो पिछले दिनों जांच कमेटी द्वारा भेजे गए नोटिस के बाद में जांच कमेटी दीपावली के बाद मथुरा जांच करने जाने की तैयारी कर रही थी.

कमेटी के एक सदस्य अक्टूबर में बदले :

फीरोजाबाद खंड शिक्षाधिकारी अनिल कुमार का स्थानांतरण होने के बाद में जांच कमेटी में फिर परिवर्तन करना पड़ा. अनिल कुमार का जिले से बाहर स्थानांतरण होने के बाद में जांच कमेटी का एक पद रिक्त हो गया था. ऐसे में एक अक्टूबर को जारी अपने आदेश में एडी बेसिक ने अनिल कुमार के स्थान पर खंड शिक्षाधिकारी खैरगढ़ बलिराम को जांच कमेटी में शामिल किया था.

पूर्व में अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी भी गए थे पकड़े :

फीरोजाबाद में विजीलेंस के छापे से समूचे प्रशासन में भी खलबली मची हुई है. कुछ माहों में फीरोजाबाद में विजीलेंस का यह दूसरा छापा है. पिछले दिनों विजीलेंस ने छापा मारकर अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी महेंद्र नाथ सिंह को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए मुख्यालय के निकट से पकड़ा था. वो कार्रवाई देर शाम हुई थी. उक्त मामले में एक मदरसा संचालक का अनुदान जारी न करने का मामला प्रकाश में आया था. अनुदान जारी करने से पूर्व पहले के अनुदान पर दस फीसद की मांग अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी द्वारा की जा रही थी. ऐसे में अब दूसरी घटना में खंड शिक्षाधिकारी के पकड़े जाने के बाद देर शाम तक दफ्तरों में उक्त घटना की चर्चा होती रही.

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