गुड़गांव। नई शिक्षा नीति बनाने को लेकर होटल लीला में शनिवार को उत्तरी क्षेत्र कंसल्टेटिव मीटिंग हुई। इसमें ज्यादातर राज्याें के शिक्षा मंत्रियों ने 9वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को फेल नहीं करने की नीति में बदलाव का सुझाव दिया। यह नीति कांग्रेस ने बनाई थी। शिक्षा मंत्रियों ने कहा कि इस नीति से विद्यार्थियों में पढ़ने की आदत कम हो गई है। शिक्षकों की जिम्मेदारी भी तय करने में कठिनाई आ रही है। वे कहते हैं कि फेल न होने की आजादी की वजह से विद्यार्थी पढ़ाई नहीं कर रहे।
शिक्षा मंत्रियों ने यह बात केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी द्वारा नई शिक्षा नीति पर सुझाव मांगने पर कही। यह भी कहा गया कि सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को समय-समय पर ट्रेनिंग देने की जरूरत है। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री सहित राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेव नानी, पंजाब के शिक्षा मंत्री सरदार दलजीत सिंह चीमा, उत्तरी भारत के छह राज्यों के शिक्षा विभागों के सचिव व निदेशक भी मौजूद रहे।
साभार : अमरउजाला
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