शिक्षामित्रों की समस्या प्राथमिकता : बोले नए बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन, 2017 के चुनाव के मद्देनजर 1.37 लाख शिक्षामित्रों के समायोजन का मुद्दा सरकार के लिए काफी महत्वपूर्ण
शिक्षामित्रों की समस्या प्राथमिकता : अहमद हसन को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नजदीकी माना जाता है। सेहत की वजह से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग लेकर उन्हें बेसिक शिक्षा विभाग दिया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग को भी अहम माना जाता है, लेकिन शिक्षामित्रों की नियुक्ति रद्द किए जाने के हाईकोर्ट के फैसले के बाद इस महकमे की भूमिका और खास हो गई है। 2017 के चुनाव के मद्देनजर 1.37 लाख शिक्षामित्रों के समायोजन का मुद्दा सरकार के लिए काफी महत्वपूर्ण है। जाहिर है यह काम मुख्यमंत्री अपने भरोसे के मंत्री के जरिये कराना चाहेंगे।
बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन का कहना है कि मुलायम सिंह यादव हमेशा से ही ‘मुफ्त सिंचाई, मुफ्त दवाई और मुफ्त पढ़ाई’ का न सिर्फ नारा देते रहे हैं बल्कि बहुमत की सरकार बनने पर उसे लागू करवाया है। शिक्षा मित्रों का मसला सुलझाना पहली प्राथमिकता होगी। प्राथमिक स्कूलों को भवन बेहतर कराने के साथ ही शिक्षा का स्तर ऊपर उठाने का प्रयास किया जाएगा। शिक्षकों की उपस्थिति शत-प्रतिशत करने का प्रयास करेंगे।
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