जुलाई 2015 में ही पूर्ण हो जाने वाली विकल्प की महत्वपूर्ण पत्रावली के 15 माह के बाद भी जस की तस : 26 जून 2014 के आदेश के द्वारा लेखाधिकारी ने जून 2014 को 08 दिसम्बर 2008 के पहले पदोन्नत शिक्षकों से विकल्प माँगा था-महराजगंज राघवेन्द्र पटेल जी
√महाराजगंज में BSA ऑफिस के कुतर्कों के आधार पर हारिस बाबू सभी शासनादेशों पर भारी । जुलाई 2015 में ही पूर्ण हो जाने वाली विकल्प की महत्वपूर्ण पत्रावली के 15 माह के बाद भी जस की तस |
√26 जून 2014 के आदेश के द्वारा लेखाधिकारी ने जून 2014 को 08 दिसम्बर 2008 के पहले पदोन्नत शिक्षकों से विकल्प माँगा था।
√कुल 152 पात्र शिक्षकों अपने खण्ड शिक्षा अधिकारीयों के माध्यम से BSA कार्यालय को विकल्प दिया। जिसे BSA द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित कर वेतन निर्धारण तथा एरियर भुगतान हेतु वित्त एवम् लेखा कार्यालय को जुलाई 15 में ही प्रेषित कर दिया जाना था।
√लेकिन इनमे से 17140/ की लड़ाई से दूर कोर्ट न जाने वाले मात्र 16 शिक्षकों ने कोर्ट फ़ीस बाबू को अर्पित कर अपना विकल्प पास करा कर एरियर के लिए लेखा ऑफिस भेज दिया।
√शेष 136 शिक्षकों के विकल्प में कोर्ट के नाम पर अड़ंगा लगा दिया गया क्योकि इन्होंने अपना सारा पैसा कोर्ट में लगा देने के कारण BSA ऑफिस के बाबू से कोई संपर्क नहीं किया।
मार्च 2015 में मात्र 16 शिक्षकों द्वारा एरियर भुगतान कराने का कुत्सित प्रयास किया गया।
√8 माह ब्यतीत हो जाने के बावजूद विकल्प की पत्रावली अधूरे होने पर 19 फरवरी 15 को 136 शिक्षकों ने BSA को ज्ञापन देकर विकल्प पर हस्ताक्षर की मांग की।
√शिक्षकों ने कई बार BSA के सामने इस मामले को उठाया लेकिन बाबू ने बार बार 09 जून 2014 के शासनादेश को धता बताते हुए इसे कोर्ट का मामला बता कर BSA महोदय को बरगलाकर फाइल रोक दिया।
√लेखा इन 136 पात्र शिक्षकों के शासनादेश के अनुसार पुनः वेतन एवम् एरियर निर्धारण हेतु BSA कार्यालय द्वारा पास किये गए विकल्प पत्रावली का इंतजार करते रहे।
√थक हार कर लेखाधिकारी महोदय ने 4 जून 15 को BSA महोदय को विकल्प के लिए दो टूक रिमाइंडर लिखा। लेकिन आज तक इसके जिम्मेदार बाबू हारिस पर इसका कोई असर नहीं हुआ |
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