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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

आग लगने की घटना के बाद पड़ताल में सामने आया सच : कहीं स्वास्थ्य भवन जैसा खेल तो नहीं! निदेशक से लेकर वित्त अधिकारी के कमरे तक पहुंची आग

आग लगने की घटना के बाद पड़ताल में सामने आया सच : कहीं स्वास्थ्य भवन जैसा खेल तो नहीं! निदेशक से लेकर वित्त अधिकारी के कमरे तक पहुंची आग

डेली न्यूज़ नेटवर्कलखनऊ। गोमती नगर के अपट्रान बिल्डिंग में संचालित मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण कार्यालय में सोमवार की रात पौने दस बजे संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग की घटनाके मामले में एक और तथ्य सामने आया है। मंगलवार को छानबीन के दौरान पता चला कि चौथे तल पर संचालित इस विभाग में आग से बचाव के कोई इंतजाम ही नहीं थे। यहां अग्नि शमन उपकरण की व्यवस्था नहीं थी। इसके पीछे वजह बताई गई कि किराए की बिल्डिंग में इसका संचालन होने के कारण अग्नि शमन यंत्र नहीं लगाए गए।दरअसल, अपट्रान बिल्डिंग में मिड-डे-मील प्राधिकरण का दफ्तर है। यहां सोमवार की रात 9.45 पर संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई थी। जानकारी पाकर ड्यूटी पर तैनात वीरेंद्र कुमार नाम के गार्ड ने इसकी सूचना विभाग के अधिकारियों व फायर बिग्रेड को दी थी। जिसके बाद दमकल की दो गाड़ियों ने कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। मंगलवार को आग की घटना के बाद पड़ताल में सामने आया कि प्राधिकरण में अग्निशमन यंत्र की सुविधा नहीं थी। मंगलवार को घटना के बाद प्राधिकरण निदेशक श्रद्धा मिश्रा व फायर ब्रिगेड के अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की पड़ताल की। वहीं आग के बाद हुए नुकसान के आंकलन की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।दो सदस्यीय कमेटी गठित, जांच के आदेशआग से प्राधिकरण को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। साथ ही संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग की वजह से तरह-तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गईं हैं। ऐसे में मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण की निदेशक श्रद्धा मिश्रा ने घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। इसमें सहायक उप निदेशक राजेश शाही व एक अन्य को शामिल किया गया है। कमेटी को तीन दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सफाई दी है कि आग लगने से कोई भी शासकीय अभिलेख व कम्प्यूटर आदि की क्षति नहीं हुई है। प्राधिकरण निदेशक का दावा है कि आग की सूचना मिलते ही वह व उनके स्टाफ कर्मी कार्यालय पहुंच गए थे और दमकल ने भी आग पर काबू पा लिया था।

मिड-डे-मील प्राधिकरण में आग लगने की घटना के बाद तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं। कहा जा रहा है कि जिस तरह 14 जून को स्वास्थ्य भवन में जानबूझ कर आग लगा दी गई थी और नियुक्तियों संबंधी दस्तावेज उसमें जल गए थे। ठीक उसी तरह कहीं मिड-डे-मील प्राधिकरण में तो ऐसा नहीं किया गया। सूत्रों के अनुसार आग लगने और उसे बुझाने में कई कम्प्यूटर खराब हो गए हैं, माना जा रहा है कि इसमें कोई बड़ा खेल किया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना कार्यालय में भी संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई थी जिसमें महत्वपूर्ण दस्तावेज सहित सब कुछ जलकर खाक हो गया था।मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण कार्यालय में लगी आग काफी भीषण थी। इसका कारण फाल्स सीलिंग में रुई होना था। आग लगने के बाद धीरे-धीरे यह निदेशक व रिकार्ड रूम से लेकर वित्त अधिकारी के कमरे तक पहुंच गई। आग से कई कम्प्यूटर के साथ-साथ कुछ पत्रावलियों के जलने की भी आशंका है। हालांकि अधिकारियों से इससे साफ इनकार किया किया है।

     खबर साभार : डीएनए

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