संयुक्त राष्ट्र। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता पाकिस्तान की शिक्षा कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई ने हर बच्चे के लिए सुरक्षित, मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा की पैरवी की है। कल मलाला ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान दुनियाभर के नेताओं से इस दिशा में कदम उठाने की अपील की।
महासभा में मलाला के संबोधन के दौरान 193 सदस्य देशों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। मलाला ने कहा, 'आज हम 193 युवा खरबों युवाओं का यहां प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। मैं इस बात को लेकर आशान्वित हूं कि हम सब शिक्षा और शांति के लक्ष्यों के लिए एकजुट होंगे और विश्व बेहतर ही नहीं बल्कि सर्वश्रेष्ठ बनाएंगे। शिक्षा ही उम्मीद है, शिक्षा ही शांति है। मलाला के संबोधन के कुछ देर बाद ही महासभा ने 2030 के सतत विकास एजेंडे के रूप में 17 वैश्विक लक्ष्यों को मंजूरी दे दी। इसमें हर बच्चे को शिक्षा के लिए वैश्विक प्रयास करना भी शामिल है।
मलाला ने पहली बार 12 जुलाई, 2013 को 16वें जन्मदिन पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का दौरा किया था। अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस तिथि को मलाला दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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