सीएम ने की थी राज्य पुरस्कार देने की घोषणा : मंत्री समय दें तो मदरसा शिक्षकों को मिले पुरस्कार; पिछले वित्तीय वर्ष के भी पुरस्कार नहीं बंटे
लखनऊ (ब्यूरो)। अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ मंत्री मो. आजम खां का समय न मिलने से मदरसा शिक्षकों को राज्य पुरस्कार नहीं मिल सके हैं। पिछले वित्तीय वर्ष 2014-15 के पुरस्कार अब तक वितरित नहीं हुए। जबकि इस वर्ष के भी पुरस्कार अभी वितरित होने हैं।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बेसिक व माध्यमिक शिक्षकों की तरह मदरसा शिक्षकों को भी शिक्षक दिवस पर राज्य पुरस्कार देने की घोषणा की थी। विभाग ने नियमावली बनाने में एक साल लगा दिया। 2014 में नियमावली बनी और बजट की व्यवस्था हो गई थी।
पिछले वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए नौ शिक्षकों के नाम पुरस्कार के लिए तय हुए। मेडल व अंगवस्त्र भी खरीदे गए। इसके बाद समय लेने के लिए मंत्री के पास फाइल भेजी। मंत्री ने कार्यक्रम के लिए सीएम का समय लेने की बात कही। बीच में मंत्री विदेश चले गए। जिससे पांच सितंबर को पुरस्कार वितरित नहीं हो सके।
वर्तमान वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए चयन प्रक्रिया शुरू हो गई है। कुछ दिनों में शिक्षकों के नाम तय हो जाएंगे। अफसर चाह रहे हैं कि दोनों वित्तीय वर्ष के पुरस्कार एक साथ दे दिए जाएं। क्योंकि अगले महीने फिर आजम व सचिव विदेश यात्रा पर जा रहे हैं। वहीं, सम्मान की आस लगाए मदरसा शिक्षकों को निराशा हो रही है।
पिछले वित्तीय वर्ष के भी पुरस्कार नहीं बंटे
सीएम ने की थी राज्य पुरस्कार देने की घोषणा
किस मदरसे के कितने शिक्षक
तहतानिया (एक से पांच)- तीन शिक्षक
फौकानिया (छह से आठ)- तीन शिक्षक
आलिया (नौ व 10) - तीन शिक्षक
ये मिलेेगा:-
10 हजार रुपये नगद, चांदी का पानी चढ़ा पदक, शॉल, राज्य परिवहन निगम की बसों में एक साल में 4000 किलोमीटर की मुफ्त यात्रा, एक वेतन वृद्धि
खबर साभार : अमरउजाला
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