चार लाख की आय वालाें पर आयकर विभाग की कड़ी नजर : करीब एक करोड़ नए लोगाें को कर के दायरे में लाना चाहता है विभाग
नई दिल्ली। द्वितीय और तृतीय श्रेणी के शहरों के चार लाख तक की आय वाले ऐसे लोग जो कर अदा नहीं कर रहे हैं, उन पर आयकर विभाग की कड़ी नजर है। आयकर विभाग ने इस वित्त वर्ष में ऐसे करीब एक करोड़ नए लोगाें को कर के दायरे में लाने का अभियान चलाया है।
आयकर विभाग के लिए नीतियां बनाने वाले शीर्ष संगठन केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) का मानना है कि अगर ज्यादा से ज्यादा लोेग कर अदा करें तो उन लोगों पर कर का बोझ कम होगा जो लोग कर अदा कर रहे हैं।
सीबीडीटी की प्रमुख अनीता कपूर के मुताबिक, ‘हम चाहते हैं कि जो लोग कर अदा करने लायक राशि अर्जित कर रहे हैं, वह आयकर रिटर्न दाखिल करें। क्योंकि बडे़ पैमाने पर लोगाें की ओर से अदा की गई छोटी राशि भी एक बेहतर बात है। इससे कर अंतर को पाटने में मदद मिलेगी। हमारी ओर से कराए गए अध्ययन के बाद जहां तक हमारी समझ काम करती है, ऐसे लोगों की तादाद काफी ज्यादा है जिनकी सालाना आय तो करीब चार लाख है लेकिन वह आयकर रिटर्न दाखिल नहीं कर रहे हैं। हम उन्हें कर के दायरे में लाना चाहते हैं।
खबर साभार : अमरउजाला
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