logo

Basic Siksha News.com
बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट कॉम

एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

सूबे के 24 शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार (state award) देते वक्त मंत्रियों ने शिक्षकों को दी नसीहत, बोले-अपने दिल से पूछिए, क्या आप बच्चों के साथ कर रहे हैं न्याय

सूबे के 24 शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार देते वक्त मंत्रियों ने शिक्षकों को दी नसीहत, बोले-अपने दिल से पूछिए, क्या आप बच्चों के साथ न्याय कर रहे हैं

लखनऊ। शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षा विभाग के बेसिक व माध्यमिक शिक्षा मंत्रियों ने शिक्षकों को खूब खरी-खरी सुनाई। मंत्रियों ने शिक्षकों को आईना दिखाते हुए कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर आज कहां से कहां पहुंच गया है। किसी भी कॉम्पटीशन का रिजल्ट उठाकर देख लीजिए, हकीकत का अंदाजा हो जाएगा। मंत्रियों ने कहा कि अपने दिलों में झांककर देखिए, क्या आप हिंदुस्तान के भविष्य के साथ न्याय कर रहे हैं?

मौका था राज्य अध्यापक पुरस्कार-अलंकरण समारोह का। राजधानी के रानी लक्ष्मीबाई मेमोरियल सीनियर सेकंडरी स्कूल में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें माध्यमिक शिक्षा के आठ व बेसिक शिक्षा के 16 शिक्षकों को राज्य पुरस्कार से नवाजा गया। इन्हें 25-25 हजार रुपये नगद, अंगवस्त्र व मेडल प्रदान किए गए। पुरस्कार पाने वाले सभी शिक्षक परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा भी कर सकेंगे।

मंत्री-अफसर ही नहीं, आप को भी चिंता होनी चाहिए : चौधरी -

बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने कहा, आज का दिन चिंतन करने का दिन है। पिछले एक साल में हमने क्या किया और आगे एक साल में क्या करेंगे, इसका चिंतन करें। शिक्षा के गिरते स्तर पर केवल मंत्रियों व अफसरों को ही नहीं, आपको भी चिंता होनी चाहिए। आज गुरुजनों को खुद अपने ज्ञान पर विश्वास नहीं है। इसलिए वह अपने बच्चे-बच्चियों को अपने स्कूलों में ही नहीं पढ़ाते हैं। हम सभी चाहे महबूब अली हों या फिर मैं या प्रमुख सचिव जितेन्द्र कुमार, सभी सरकारी स्कूलों में ही पढ़े हैं। लेकिन आज सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। दुनिया के टॉप विश्वविद्यालयों में देश का एक भी न होना कितने दुर्भाग्य की बात है। इस पर गुरुजनों को भी विचार करना चाहिए। समाज को बनाने व बिगाड़ने का काम केवल शिक्षा विभाग ही कर सकता है। आज जो अच्छा है वह गुरुओं की देन है और जो खराब है वह भी गुरुओं की ही देन है। आपको जो चाहिए होता है, सरकार वह देती है। यह सरकार तो वैसे भी शिक्षकों की हितैषी है। लेकिन दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि सरकारी शिक्षा से लोगों का विश्वास उठ गया है। इसे फिर से कायम करने की जरूरत है। मेरी कोई बात बुरी लगी हो तो माफ कर दीजिए।

आरामतलबी से बाहर आएं, तभी अच्छे नतीजे मिलेंगे : जितेंद्र

प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र कुमार ने कहा, शिक्षकों को शिक्षा की गुणवत्ता पर भी काम करना चाहिए। पाठ्यक्रम का कैलेंडर तैयार करना चाहिए। बच्चों के अभिभावकों को स्कूलों से जोड़ा जाना चाहिए। स्कूलों के पूर्व छात्रों को भी जोड़ा जाए। शिक्षक अभिभावकों को उनके बच्चों का फीडबैक जरूर दें। बच्चों की डायरी भी बनवाएं और उसमें नियमित लिखें। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि आरामतलबी से बाहर आकर काम करना होगा तभी अच्छे परिणाम सामने आएंगे। कार्यक्रम में शिक्षा निदेशक अमर नाथ वर्मा, अवध नरेश शर्मा, सर्वेन्द्र विक्रम सिंह, विकास श्रीवास्तव, केके गुप्ता व उमेश त्रिपाठी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

सरकार आपका ख्याल रखती है आप बच्चों का ख्याल रखें ः महबूब अली

माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली ने कहा, सरकार आपका खयाल रखती है। आप भी बच्चों का खयाल रखिए। शिक्षक समय पर स्कूल नहीं आते, कक्षाओं में पढ़ाते नहीं हैं, इसी वजह से शिक्षकों व छात्रों के बीच का फासला काफी बढ़ गया है। यदि शिक्षक समय पर स्कूलों में पहुंचने लग जाएं और पढ़ाने लग जाएं तो स्थिति काफी ठीक हो जाएगी। शिक्षकों को यह सोचना चाहिए कि सरकार क्या चाहती है। शिक्षकों का छात्रों के बीच पहले के जमाने में जो भय हुआ करता था वह आज खत्म हो गया है। अंत में उन्होंने कहा, मैंने यह सब बातें किसी का दिल दुखाने के लिए नहीं बल्कि स्थिति में सुधार लाने के लिए कहीं। मेरी इच्छा तो सभी को पुरस्कार बांटने की थी लेकिन जिन्होंने औरों से अलग और कुछ अच्छा काम किया है उन्हें ही पुरस्कार दिया जाता है।

इन्हें मिला पुरस्कार

हाईस्कूल व इंटर के टॉपरों को मिला पंचानन राय स्मृति पुरस्कार

लखनऊ (ब्यूरो)। राज्य शिक्षक सम्मान समारोह के दौरान यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में टॉप-टू रहे विद्यार्थियों को माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली ने डॉ. पंचानन राय स्मृति पुरस्कार से नवाजा। पुरस्कार के तहत टॉपरों को 10-10 हजार रुपये, प्रशस्ति पत्र व मेडल प्रदान किया गया। हाईस्कूल में यह पुरस्कार सर्वेश वर्मा व हिना को तो इंटर में ज्योति राठौर व कासिफ अंसारी को यह पुरस्कार दिया गया। ज्योति कार्यक्रम में नहीं आ सकी थीं इसलिए उनका पुरस्कार उनके पिता ने लिया।

माध्यमिक शिक्षा

•सैय्यद खुर्शीद हैदर, अमरोहा

•चन्द्रभानु सिंह, गोंडा

•उमेश कुमार सिंह, वाराणसी

•गुलाम मोहम्मद, मेरठ

•वीरभान सिंह, अमरोहा

•मधु बाला त्यागी, मुरादाबाद

•रणजीय सिंह, जौनपुर

•हरिओम मिश्रा, बरेली

बेसिक शिक्षा

•जान मोहम्मद, अंबेडकरनगर

•अकबर सिंह यादव, सैफई इटावा

•हेमचन्द्र सिंह, बरेली

•ओम शर्मा, पीलीभीत

•हारून अली, बागपत

•रूश्दानाहीद, इलाहाबाद

•रासमनि सिंह, आजमगढ़

•श्यामपति देवी, गोरखपुर

•जयपाल सिंह, सहारनपुर

•गंगा देवी, सिद्धार्थनगर

•जमालुद्दीन, अंबेडकरनगर

•चन्द्रावती राय, बस्ती

•शान्ती अकेला, रायबरेली

•शारदा प्रताप सिंह, कुशीनगर

•जबर सिंह यादव, सैफई इटावा

       खबर साभार : अमरउजाला/दैनिकजागरण

Post a Comment

0 Comments