सरकारी स्कूलों के सभी बच्चों को आज भी नहीं मिलेगा दूध : माध्यमिक विद्यालय आरए बाजार की घटना के बाद अक्षय पात्र ने किया दूध देने से इनकार
लखनऊ : परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले सभी बच्चों को इस बुधवार को भी दूध मिलना मुश्किल है। इसके पीछे बड़ी वजह है अक्षय पात्र फाउंडेशन का दूध वितरण से इनकार करना। बीते बुधवार को किसी तरह अक्षय पात्र ने दूध वितरण भी किया लेकिन उबला दूध की जगह फ्लेवर्ड मिल्क दे दिया। जिससे माध्यमिक विद्यालय आरए बाजार में दर्जनों बच्चों की तबियत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना के बाद अक्षय पात्र ने पूरी तरह से इससे हाथ खींच लिया है। हालांकि राजधानी के माध्यमिक विद्यालयों में सभी एनजीओ ने करीब 37 हजार बच्चों को दूध देने का निर्णय लिया है।
प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक विद्यालयों तथा राजकीय व एडेड स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक पढ़ने वाले बच्चों को मिड-डे-मील दिया जाता है। इसमें चिनहट, सरोजिनीनगर, काकोरी तथा नगर क्षेत्र के करीब 72 हजार बच्चों को मिड-डे-मील देने की जिम्मेदारी अक्षय पात्र फाउंडेशन को सौंपी गई। इस दौरान 15 जुलाई को राज्य सरकार ने मिड-डे-मील का मेन्यू बदलते हुए बुधवार को 200 ग्राम दूध व कोफ्ता-चावल कर दिया। दूध वितरण पर अक्षय पात्र ने बजट न होने का हवाला देकर हाथ खड़े कर दिए।दो बुधवार बीतने के बाद किसी तरह 29 जुलाई को अक्षय पात्र ने छह हजार बच्चों को दूध वितरित किया। लेकिन दूध पीने से कैंट के माध्यमिक विद्यालय आरए बाजार में बच्चे बीमार पड़ गए। इसको लेकर जिला प्रशासन ने अक्षय पात्र के उप प्रबंधक सहित पांच लोगों को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा। पर अब तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। वहीं अक्षय पात्र ने बुधवार को दूध देने से इनकार कर दिया है।
मुख्यमंत्री कर सकते हैं निरीक्षण
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार को स्कूलों का निरीक्षण कर मिड-डे-मील की स्थिति जांच सकते हैं। इसको लेकर उनका कार्यक्रम प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री के निरीक्षण के कार्यक्रम की वजह से एडी बेसिक ने सभी बीएसए को निर्देश जारी कर दिए। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में दूध वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। लेकिन इसमें पूरी तरह सावधानी बरती जाए।
खबर साभार : डीएनए
अक्षयपात्र ने दूध बांटने से किया मना
मिड-डे-मील में बच्चों को दूध देने की प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बंद होने के कगार पर पहुंच गई है। मिड-डे-मील देने वाली संस्था अक्षयपात्र ने मंगलवार को दूध देने से इनकार कर दिया है। ऐसे में जिन चार ब्लॉक में अक्षयपात्र एमडीएम का वितरण करती है वहां बुधवार को बच्चों को दूध नहीं मिलेगा। इसमें चिनहट, काकोरी, सरोजनीनगर और महानगर के क्षेत्र शामिल हैं।
बीएसए प्रवीणमणि त्रिपाठी ने बताया कि संस्था के जिम्मेदारों का कहना है कि वह सिर्फ एमडीएम ही पहुंचा पाएंगे। दूध देने के लिए उनके पास कोई साधन नहीं है। बीएसए के मुताबिक अब इन क्षेत्रों में दूध नहीं बंट सकेगा। बाकी जिन क्षेत्रों में अन्य एनजीओ या प्रधान एमडीएम देते हैं वहां दूध दिया जाएगा।
खबर साभार : नवभारतटाइम्स
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