परिषदीय स्कूलों में पेयजल की समुचित व्यवस्था के बारे में इंतजाम, बताएंगे शिक्षाधिकारी : शासन ने नया शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले ही अव्यवस्था को दूर करने के दिये थे निर्देश ; क्लिक कर शासनादेश भी देखें |
मैनपुरी : परिषदीय स्कूलों में पेयजल की व्यवस्था के लिए शिक्षाधिकारियों द्वारा क्या इंतजाम कराए गए हैं। अब शासन ने इसका पूरा ब्यौरा तलब किया है। शासन ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि जो बजट पहले आवंटित कराया गया था, उसे कहां-कहां खर्च किया गया। परिषदीय स्कूलों में पेयजल की समुचित व्यवस्था कराने के लिए इस बार शासन ने नया शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले ही अव्यवस्था को दूर करने के निर्देश दिए थे। इसके लिए बाकायदा बजट जारी कर कहा गया था कि गर्मी की छुट्टियों में सभी प्रधानाध्यापक स्कूलों में मौजूद रहकर व्यवस्थाएं कराएंगे। लेकिन, ऐसा हो नहीं पाया। अब सर्व शिक्षा अभियान की राज्य परियोजना निदेशक शीतल वर्मा ने अपने द्वारा भेजे गए पुराने आदेश पत्र का हवाला देते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दोबारा पत्र भेजा है।
~क्लिक कर सम्बन्धित शासनादेश देखें |
पत्र में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि जिन स्कूलों में पानी की समस्या है, उनका ¨चहांकन कराया जाए। सभी खंड शिक्षाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों के प्रधानाध्यापकों से इस संबंध में जानकारी जुटाएं। ऐसे सभी विद्यालयों में खराब हैंडपंपों को सही कराया जाए। इतना ही नहीं, इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि बच्चों को गंदा पानी न पीना पडे़।
शासन ने शिक्षा विभाग से पानी की बाकायदा सैंप¨लग कराकर गुणवत्ता की जांच कराने को भी कहा है। हर हाल में ये सभी व्यवस्थाएं शिक्षाधिकारियों को 10 अगस्त तक कराकर स्कूलों में पानी की सुविधा करानी होगी। पत्र में यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर कहीं पेयजल की व्यवस्था कराने में धनराशि रोड़ा बनती है तो विधायक और अन्य प्रकार की निधियों की भी मदद ली जाए। स्कूलों में पीने के साफ पानी की व्यवस्था कराने के बाद शिक्षा विभाग को 30 अगस्त तक अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपनी होगी।
'किन स्कूलों के लिए कितना बजट मिला था, इसकी जानकारी करने के बाद सभी स्कूलों में पेयजल व्यवस्था का जायजा लिया जाएगा। जिन स्कूलों में अव्यवस्था मिलेगी, वहां के प्रधानाध्यापक से जवाब मांगा जाएगा। हर हाल में निर्धारित समय के अंदर इंतजाम करा लिए जाएंगे।'
-हरिकेश यादवजिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।
खबर साभार : दैनिकजागरण
0 Comments