अब स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) की शैक्षिक गुणवत्ता सहित अन्य व्यवस्थाओं की होगी जांच : जांच कर 10 दिन में अपनी रिपोर्ट भेजनी होगी अनिवार्य
लखनऊ (डीएनएन)। अब स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) की शैक्षिक गुणवत्ता सहित अन्य व्यवस्थाओं की जांच की जाएगी। इसके लिए मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशकों (बेसिक) को जांच अधिकारी बनाया गया है। इन सभी को जांच कर 10 दिन में अपनी रिपोर्ट भेजनी अनिवार्य होगी। इस संबंध में राज्य परियोजना निदेशालय की अपर परियोजना निदेशक राजकुमारी वर्मा ने निर्देश जारी कर दिए हैं।
सर्व शिक्षा अभियान के तहत बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कक्षा छह से आठ तक कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (केजीबीवी) संचालित किए गए हैं। प्रदेश भर में इनकी संख्या 746 है। इन विद्यालयों के संचालन की जिम्मेदारी सर्व शिक्षा अभियान के अलावा महिला सामाख्या तथा स्वयं सेवी संस्थाओं को भी सौंपी गई है। इनमें छात्राओं को खाने, रहने व पढ़ाई की सुविधा दी जाती है। अब स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा संचालित केजीबीवी की जांच के आदेश दिए गए हैं। अपर परियोजना निदेशक ने लखनऊ, बरेली, देवीपाटन, चित्रकूट, इलाहाबाद, अलीगढ़, आगरा, मुरादाबाद, गोरखपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, सहारनपुर तथा झांसी मंडल के एडी बेसिक को निर्देश दिए हैं कि वे अपने जिलों में 10 दिन में जांच कराकर रिपोर्ट भेजें। जांच में विद्यालयों की गुणवत्ता, पढ़ाई तथा छात्राओं को दी जाने वाली सुविधाओं आदि को देखा जाएगा। गौरतलब है कि स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा करीब 60 केजीबीवी संचालित हैं।
खबर साभार : डीएनए
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