किताबें तो दीमक चाट गई, अब बच्चे क्या पढ़ेंगे : विभाग के अधिकारियों को इस बात की भी परवाह नहीं है कि अब सिलेबस भी काफी बदल दिया गया
कुछ सब्जेक्ट की किताबें बच्चों को अभी बांटी गई हैं। नई किताबें आने पर बच्चों को बांट दी जाएंगी। अगर सिलेबस चेंज वाली किताबें दी गई तो इसकी जांच कराई जाएगी।
- प्रवीण मणी त्रिपाठी, बीएसए
सरोजनीनगर ब्लॉक में बच्चों को बांटीं गई दीमक लगी किताबें
लखनऊ : शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने एक नया कारनामा कर दिया है। सरोजनीनगर ब्लॉक के स्कूलों में बच्चों को दीमक लगी किताबें बांट दी गई है। इन किताबों के कई पन्ने दीमक चाट गई हैं। ये वहीं किताबे हैं जो प्राथमिक विद्यालय नटकुर में पिछले तीन साल से जमा थीं। इस पर एनबीटी ने 28 मई को प्रमुखता से खबर भी प्रकाशित की थी। तब अधिकारियों का कहना था कि किताबें सही हैं। जब बाकी किताबें बटेंगी तो उसके साथ इन्हें भी बांटा जाएगा।
सिलेबस भी हो गया चेंज
विभाग के अधिकारियों को इस बात की भी परवाह नहीं है कि अब सिलेबस भी काफी बदल दिया गया है। जबकि ये किताबें पुराने सिलेबस की है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय मुजफफरनगर घुसवल की इंचार्ज जनक दुलारी पाण्डेय ने बताया कि सिलेबस में काफी चेंज आ गया है। कक्षा-8 की गणित की दो पुस्तकों अंकगणित व बीजगणित और रेखागणित के स्थान पर एक सम्मिलित पुस्तक हो गई। इसके अलावा बाकी किताबों में भी परिवर्तन हुए हैं। जबकि बच्चों को पुरानी सिलेबस की किताबे दी गई है। ऐसे में हमें पढ़ाने में दिक्कत आ रही है।
बच्चों को हो रही परेशानी
दीमक से कुतरी गई किताबें पढ़ने में बच्चों को समस्या आ रही है। क्योंकि इन किताबों के कई महत्वपूर्ण चैप्टर नदारद है। इससे चैप्टर पढ़ने के बावजूद बच्चों को कुछ समझ में नहीं आ रहा है। सिलेबस बदल जाने से भी काफी दिक्कत पेश आ रही है। अभिभावकों ने जब नाराजगी जताई तो उन्हें बताया गया कि इस बार यही किताबें आई हैं।
खबर साभार : नवभारतटाइम्स
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