चारबाग से लक्ष्मण मेला स्थल जा रहे प्रदर्शनकारियों को रोका;आठ सूत्री मांगों के निस्तारण को लेकर मिड डे मील रसोइयों ने दिया धरना : एक सप्ताह में मांगो को पूरा करने का आश्वाशन लेकर लौटे
लखनऊ : पाल्य अनिवार्यता समाप्त करने सहित अपनी कई मांगों को लेकर विभिन्न जिलों से आए मिड-डे मील के रसोइए के दो संगठनों का धरना पहले ही दिन आश्वासन के बाद समाप्त हो गया। एक सप्ताह में मांगें पूरी न होने पर रसोइयों ने दोबारा धरना देने का एलान किया है।
अपनी आठ सूत्री मांगों को पूरा कराने के लिए सोमवार को मिड-डे मील रसोइया कर्मचारी यूनियन उप्र के आह्वान पर सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी चारबाग रेलवे स्टेशन के पास एकत्र हुए। यूनियन की प्रांतीय मंत्री डॉ. बीना गुप्ता के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने लक्ष्मण मेला स्थल की तरफ कूच किया, लेकिन चंद कदम आगे बढ़ने के बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोक लिया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में कहासुनी भी हुई। बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाकर अपनी गाड़ी में बैठाकर लक्ष्मण मेला स्थल छोड़ दिया।
इसी तरह संयुक्त रसोइया मोर्चा उप्र के आह्वान पर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने भी लक्ष्मण मेला स्थल पहुंच कर एक दिवसीय धरना दिया। मोर्चा के प्रांतीय अध्यक्ष सुरेंद्र नाथ गौतम ने कहा कि रसोइयों के चयन के लिए विद्यालय में उनके बच्चों के पढ़ने की अनिवार्यता (पाल्य व्यवस्था) समाप्त की जाए। दोनों ही संगठनों ने जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। बाद में संगठनों के प्रतिनिधिमंडल की शासन स्तर पर वार्ता कराई गई। जिसमें एक सप्ताह के समय के साथ मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया। जिसके बाद दोंनों संगठनों ने लक्ष्मण मेला स्थल पर पहुंच कर धरना समाप्त कर दिया। प्रदर्शन कारियों का कहना था कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वह फिर आंदोलन को मजबूर हो होंगे।
खबर साभार : दैनिकजागरण
रसोइयों ने धरना देकर किया प्रदर्शन
लखनऊ । रसोइयों की नई नियुक्ति पर तत्काल रोक की मांग को लेकर संयुक्त रसोईया मोर्चा व मिड डे मील रसोईया कर्मचारी यूनियन ने सोमवार को लक्ष्मण मेला मैदान में प्रदर्शन किया। इनका कहना है कि मिड डे मील बनाने वाले रसोईयों को हर बार बदलने की व्यवस्था खत्म की जाए। मिड डे मील रसोईया कर्मचारी यूनियन की अध्यक्ष वीना गुप्ता ने कहा कि मध्याह्न भोजन बनाने वालों को स्थाई नहीं तो कम से कम लगातार बनाए रखा जाए। हर साल नियुक्ति से बेरोजगार होने वाली रसोईया न घर की रह जाती है न घाट की।
संयुक्त रसोईया मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र नाथ गौतम ने कहा कि महिला रसोईया का हर साल नवीनीकरण कर शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पाल्य व्यवस्था के तहत महिला से बच्चा लाने को कहा जाता है लेकिन हर रसोईया बच्चा कहां से लाए।
खबर साभार : अमरउजाला
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