नए सत्र से भरे जाएंगे मिड-डे-मील के नमूने : पिछले वर्ष आदेशों के बावजूद एक भी नमूना नहीं भरा गया, अधिकारियों ने जिलास्तरीय एफएसडीए टीम को नमूना भरने के दिए आदेश;नए सत्र में खुली नींद
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√नए सत्र से भरे जाएंगे मिड-डे-मील के नमूने
√नमूनों की होगी जांच
√अधिकारियों ने जिलास्तरीय एफएसडीए टीम को नमूना भरने के दिए आदेश
लखनऊ (एसएनबी)। नया सत्र शुरू होने से पहले एफएसडीए के अधिकारियों ने जिला स्तरीय एफएसडीए की टीम को हर महीने सभी स्कूलों में वितरित किए जाने वाले मिड-डे-मील के नमूने भरने के आदेश जारी किए हैं। इन नमूनों की जांच लैब से करायी जाएगी।ज्ञात हो गत सत्र प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों तथा मदरसों में छोटे-छोटे बच्चों के स्वास्य के साथ खिलवाड़ करते हुए मध्याह्न भोजन परोसा गया, लेकिन एफएसडीए की टीम ने किसी भी स्कूल से एक नमूना तक नहीं भरा, जबकि शासन द्वारा भी इसके लिए आदेश जारी किए गये थे। अब नया सत्र शुरू होने वाला है, ऐसे में एफएसडीए के अधिकारियों की नींद फिर खुली है।
अधिकारियों ने जिला स्तरीय एफएसडीए टीम को नमूना भरने के आदेश जारी करते हुए इस वर्ष भरे गये नमूनों का डाटा जून माह तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल शासन के इस आदेश के बाद ये निश्चित हो गया है कि मध्याह्न भोजन योजना के तहत स्कूलों में पकाए जाने वाले मध्याह्न भोजन के नमूने नए सत्र में हर माह भरे जाएंगे। साथ ही लैब में इसकी जांच भी करायी जाएगी। खाद्य आयुक्त ने सभी एफएसडीएओ व डीओ को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों के स्कूलों की सूची बनाकर भेजें। यही नहीं उन्होंने एफएसडीए, सीएफएसओ व सभी एफएसओ से पांच कालम में ये डाटा भी मांगा है कि गत एक वर्ष में मिड-डे-मील के तहत मिलने वाले पके खाने के कितने नमूने भरे गये है। इस आदेश के बाद एफएसडीए के आला अधिकारियों की हालत खराब है क्योंकि गत वर्ष में मिड-हे-मील के तहत एफएसडीए ने एक भी नमूने नहीं भरे। ऐसे में डाटा कहां से उपलब्ध कराया जाए।
खबर साभार : राष्ट्रीयसहारा
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