सालभर में यूपी ने दी सर्वाधिक नौकरियां;बोले- बच्चों की पढ़ाई पर पूरा ध्यान दें शिक्षक, प्रशिक्षु शिक्षकों व शिक्षक बनने वाले शिक्षा मित्रों को बांटे चेक : सूबे के सीएम
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश शिक्षकों की सर्वाधिक भर्ती करने वाला पहला राज्य है। प्रदेश में एक साल के अंदर करीब पौने तीन लाख शिक्षकों की भर्तियां की गई हैं। देश ही नहीं दुनिया में कहीं भी एक साल के अंदर इतनी भर्तियां नहीं हुई हाेंगी। परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी नहीं है। इसलिए शिक्षकों को अब बच्चों की पढ़ाई पर पूरा ध्यान देना चाहिए। बेसिक शिक्षा अच्छी नहीं होगी तो आगे की शिक्षा भी अच्छी नहीं होगी। वह मंगलवार को डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय में प्रशिक्षु शिक्षकों को मानदेय व दूसरे चरण में शिक्षक बनने वाले शिक्षा मित्रों को पहले वेतन का चेक वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस मौके पर लखनऊ मंडल व बाराबंकी जिले के 200 और प्रदेश के अन्य जिलों के 10-10 लाभार्थियों को चेक बांटे गए।
मुख्यमंत्री ने कहा, बेसिक शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए शिक्षकों को जुट जाना चाहिए। यह शिक्षा लेने के लिए आने वाले बच्चे काफी छोटे होते हैं। उन्हें शिक्षक जो भी बताता है वे पूरे ध्यान से सुनते हैं और उसे ही सही मान लेते हैं। इसलिए शिक्षकों से बेहतर बच्चों को कोई नहीं समझ सकता। शिक्षक भेदभाव मिटाकर बच्चों को अच्छी शिक्षा दें। इससे उनका भविष्य संवर सकेगा। बच्चे देश का भविष्य हैं और जब तक नींव मजबूत नहीं होगी तब तक इमारत मजबूत नहीं हो सकती। कहा कि उनकी सरकार ने शिक्षिकाओं को मनचाहे जिलों में तैनाती दी है। सरकार बनने के बाद लगने वाले जनता दरबार में उनके पास यह समस्या आई थी। इसलिए अंतरजनपदीय स्थानांतरण नीति लाकर शिक्षिकाओं को मनचाही तैनाती दी गई।
अखिलेश यादव ने कहा, उप्र में विकास के बहुत काम हो रहे हैं। लखनऊ के साथ चार और शहरों में मेट्रो चलाने की दिशा में काम शुरू हो गया है। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस- वे का काम तेजी से चल रहा है। उनकी सरकार ने विकास कार्यों के लिए किसानों की सहमति से जमीनें लीं। लोगों को इससे सीख लेनी चाहिए कि किसानों से समझौते के आधार पर कैसे जमीन ली जाती है। कहा कि शहरों में ट्रैफिक और कूड़ा सबसे बड़ी समस्या है। सरकार ट्रैफिक समस्या का समाधान करने के लिए मेट्रो चलाने जा रही है। कूड़ा निस्तारण के लिए भी ठोस प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, लखनऊ में भी कूड़े से बिजली बनाने का प्लांट लगा था लेकिन वह इसलिए बंद हो गया कि उसे घटिया कूड़ा मिल रहा था।
इस साल मनाएंगे शिक्षा गुणवत्ता वर्ष
सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने परिषदीय स्कूलों में बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए विभागीय तैयारियों का लेखाजोखा मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया। बताया कि प्राइमरी स्कूलों में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती में अब तक 57,000 ने जॉइन कर लिया है। शेष 15,825 प्रशिक्षु शिक्षकों को भी जल्द जॉइन करा दिया जाएगा। प्राइमरी स्कूलों में 1.27 लाख शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण देकर सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित किया जा चुका है, जो बचे हैं उन्हें भी जल्द समायोजित कर दिया जाएगा। बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त 15,000 अभ्यर्थियों को सहायक अध्यापक बनाने की प्रक्रिया जुलाई से शुरू हो जाएगी। हाईकोर्ट से स्थगनादेश हटते ही जूनियर हाईस्कूलों में विज्ञान व गणित के 29,334 पदों पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सत्र 2015-16 को शिक्षा गुणवत्ता वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। इसके लिए स्कूलों की ग्रेडिंग भी की जाएगी।
उम्मीदों के अनुरूप मिलेगी शिक्षा : रामगोविंद
बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भरोसा दिलाया कि निरीक्षण के दौरान भले ही आपको परिषदीय स्कूलों में उम्मीदों के अनुरूप पढ़ाई न मिली हो, मगर अब स्कूलों में अच्छी शिक्षा दी जाएगी। सपा सरकार में शिक्षकों की समस्याओं का सर्वाधिक समाधान किया गया। उनकी वेतन संबंधी समस्या ठीक करते हुए उसे बढ़ाया गया। इसलिए वह भरोसा दिलाते हैं कि परिषदीय स्कूलों की पढ़ाई व्यवस्था सुधरेगी। उन्होंने इस मौके पर बलिया की तरफ से नेपाल के भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 45 लाख रुपये का चेक दिया।
आरटीओ से मारपीट मीडिया षडयंत्र : कैलाश
बेसिक शिक्षा मंत्री राज्य मंत्री कैलाश चौरसिया ने मिर्जापुर के आरटीओ के साथ मारपीट के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए सारा आरोप मीडिया पर मढ़ दिया। कहा कि यह सब मीडिया का षडयंत्र है। उन्होंने और उनके किसी समर्थक ने आरटीओ के साथ मारपीट नहीं की है। इस मामले की यदि जांच कराई जाती है तो सब कुछ साफ हो जाएगा।
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