पहले शिक्षकों को लगाया गया,लेकिन शिक्षकों के इनकार के बाद अब यह काम शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के जिम्मे डाला गया : समय से शुरू नहीं हो पाएगा पिछड़ी जाति का रैपिड सर्वे
लखनऊ (एसएनबी)। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर लागू किये जाने वाले आरक्षण के लिए ग्राम पंचायतों में पिछड़ी जाति का सव्रे का काम सोमवार से शुरू होना है लेकिन कर्मचारियों की कमी के कारण ज्यादातर ग्राम पंचायतों में यह सव्रेक्षण कार्य समय से शुरू होता नजर नहीं आ रहा है। इसके लिए कम पड़ने वाले लगभग 11 सौ प्रगणकों का जैसे-तैसे इंतजाम कर सोमवार को प्रशिक्षण देने की बात भी कही जा रही है। पंचायत चुनाव के तहत रैपिड सव्रे जैसा महत्वपूर्ण काम के लिए रविवार को भी प्रशासन कम पड़ रहे कर्मचारियों को नहीं जुटा पाया।
इस काम के लिए पहले शिक्षकों को लगाया गया था लेकिन शिक्षकों के इनकार के बाद अब यह काम शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के जिम्मे डाला गया है। इसके लिए रविवार को भी दिन भर सभी एडीओ पंचायत अपने कार्यालय पर बैठे कर्मचारियों को पूरा करने के लिए जुगाड़ करते रहे लेकिन कोई भी कर्मचारी अपनी डय़ूटी लेने नहीं आया। इस काम में कहीं तो शिक्षा मित्रों और अनुदेशकों की डय़ूटी कागजों पर लगा दी गयी तो कहीं के खण्ड शिक्षा अधिकारी ने शाम को लिस्ट भेजी।
यदि कर्मचारियों की यह कमी रही तो सोमवार को 80 प्रतिशत गांवों में सव्रे शुरू होना संभव नहीं है। अब इन कर्मचारियों को सोमवार को बुलाकर पहले प्रशिक्षण दिया जाएगा और फिर ऐसी स्थिति में यदि कर्मचारी पूरे हो गये तो गणना का काम मंगलवार या इसके बाद ही शुरू हो पाएगा।
खबर साभार : राष्ट्रीयसहारा
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