स्कूलों में बायोमीट्रिक प्रणाली से सरकार ने हाथ खड़े किए : संसाधनों की कमी के चलते सरकार इसे लागू करने पर नहीं कर रही वह विचार-
लखनऊ : सरकारी व सहायता प्राप्त विद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज कराने के लिए बायोमीटिक प्रणाली लागू करने से सरकार ने हाथ खड़े कर लिए है। मंगलवार को प्रश्नकाल में भाजपा के मनीष असीजा के सवाल पर बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने बताया कि संसाधनों की कमी के चलते सरकार यह प्रणाली लागू करने पर वह विचार नहीं कर रही। असीजा का सुझाव था कि स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगाने से उपस्थिति नियमित होने के साथ शिक्षा का स्तर काफी सुधर सकेगा।
40505 बच्चे स्कूल नहीं पहुंच सके :-
बसपा के धर्मपाल सिंह द्वारा पूछे प्रश्न के उत्तर में राम गोविंद चौधरी ने बताया कि हाउस होल्ड सवेर्ं में कुल 40505 बच्चे विद्यालय पहुंचने से वंचित रहे। इनमें आगरा के 1706 बच्चे हैं। इन बच्चों का नामांकन किया जा चुका है। बच्चों को स्कूलों तक भेजने की सतत प्रक्रिया जारी है।
पिछड़े वर्ग में शामिल होंगे थर्ड जेंडर बच्चे :-
भाजपा के राधामोहन दास अग्रवाल के सवाल पर बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने बताया कि सभी विद्यालयों में निर्देश जारी कर दिए गए है कि तृतीय लिंगीय थर्ड जेंडर बच्चों को सामाजिक एवं शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्ग में शामिल किया जाए।
कुपोषण दर 42.4 फीसद :-
भाजपा के सुरेश राणा के प्रश्न पर मुख्यमंत्री की ओर से बताया गया कि वर्ष 2005-06 में नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक उप्र में पांच वर्ष तक आयु वाले कुपोषित बच्चे 42.4 प्रतिशत हैं जबकि देश में बच्चों की कुपोषण दर 43 प्रतिशत है। कुपोषण दूर करने के लिए राज्य पोषण मिशन गठन व विजन डाक्यूमेंट की जानकारी दी।
टीईटी भर्ती जल्द पूरी होगी:-
कांग्रेस के अनुग्रह नारायण सिंह के प्रश्न पर बेसिक शिक्षामंत्री ने बताया कि चार काउंसिल के उपरांत 72825 रिक्तियों पर नियुक्तियां नहीं हो सकी। करीब 43651 प्रशिक्षु शिक्षकों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। कई स्थानों पर आवेदन करने वालों की संख्या अधिक होने के कारण छंटनी में विलंब हो रहा है जिसको जल्द पूरा कर लिया जाएगा |
खबर साभार : दैनिकजागरण
0 Comments