प्राथमिक शिक्षा को लेकर गंभीर नहीं सपा सरकार : बीटीसी 2010, 2011 व 2012 बैच के प्रशिक्षु लक्ष्मण मेला मैदान में धरने पर-
१-बीटीसी 2010, 2011 व 2012 बैच के प्रशिक्षु लक्ष्मण मेला मैदान में धरने पर हैं |
२-वर्तमान समय 25 से 30000 अर्हता प्राप्त प्रशिक्षु हैं, लेकिन सरकार ने दिसम्बर 2014 के पूर्व उपलब्ध 15000 प्रशिक्षुओं के लिए जो योजना बनाई थी, उसी में आगे के प्रशिक्षुओं को भी शामिल किया |
लखनऊ (डीएनएन)। भारतीय जनता पार्टी ने सपा पर हमला करते हुए कहा कि प्राथमिक शिक्षा के संदर्भ में सरकार लगातार अवहेलनात्मक रूख अपना रही है। प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मनोज मिश्र ने आरोप लगाया कि एक ओर शिक्षकों का अभाव है, वहीं दूसरी ओर बीटीसी प्रशिक्षित व टीईटी उत्तीर्ण कर चुके प्रशिक्षुओं को राजधानी में व इलाहाबाद में आए दिन धरना देना पड़ रहा है।
इन दिनों बीटीसी 2010, 2011 व 2012 बैच के प्रशिक्षु लक्ष्मण मेला मैदान में धरने पर हैं। कुछ अनशनकारियों की हालत खराब हो गई है। इनमें महिलायें भी हैं, लेकिन विराधाभासी निर्णय ले रही यह सरकार आंखें मूंदे बैठी है। एक ओर लाखों पद रिक्त पड़े हैं, वहीं दूसरी ओर पूरी तरह से अर्ह प्रशिक्षु जिनकी कुल संख्या 30,000 से भी कम है, वे जाडे़-पाले में कभी इलाहाबाद तो कभी लखनऊ में धरना देने के लिए मजबूर हैं। वे अधिकारियों और मंत्रियों की चौखटों पर ठोकरें खा रहे है। सरकार अपनी सुविधानुसार फैसले बार-बार बदल रही है। मंत्री और अधिकारी प्रशिक्षुओं से घोर दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
डॉ. मिश्र ने कहा कि वर्तमान समय 25 से 30000 अर्हता प्राप्त प्रशिक्षु हैं, लेकिन सरकार ने दिसम्बर 2014 के पूर्व उपलब्ध 15000 प्रशिक्षुओं के लिए जो योजना बनाई थी, उसी में आगे के बैचों के प्रशिक्षुओं को भी शामिल कर दिया है। डॉ. मिश्र ने आरोप लगाया कि सरकार ने शिक्षकों की नियुक्तियां अधर में लटकाने की नीति बना ली है। किसी न किसी कारणवश पीड़ित प्रशिक्षु न्यायालय का दरवाजा खटखटाने को पहुंच रहे हैं। आवश्यकता इस बात की है कि सभी प्रशिक्षित एवं टीईटी उत्तीर्ण प्रशिक्षुओं को नियुक्ति पत्र देकर प्राथमिक शिक्षा की दशा को सुधारा जाए। प्राथमिक शिक्षा की बदहाली के लिए सपा सरकार जिम्मेदार है।
खबर साभार : डीएनए
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