आंगनबाड़ी केन्द्रों में ग्रोथ चार्ट से होगी कुपोषित बच्चों की निगरानी : सरकार ने हर जिले के लिए एक लाख रुपये किए निर्धारित-
१-आंगनबाड़ी केंद्रों पर दर्ज होगा विस्तृत विवरण
२-सरकार ने हर जिले के लिए एक लाख रुपये किए निर्धारित
लखनऊ (ब्यूरो)। कुपोषण से निपटने के लिए सरकार अब आंगनबाड़ी केंद्रों में ग्रोथ चार्ट उपलब्ध कराने जा रही है। 160 पृष्ठों की इस पुस्तिका में बच्चों की लंबाई, चौड़ाई, वजन सहित सभी विवरण विस्तार से हर महीने दर्ज किए जाएंगे। इसके जरिये कुपोषित बच्चों की निगरानी की जाएगी। सरकार ने ग्रोथ चार्ट के मद में प्रत्येक जिले के लिए एक लाख रुपये निर्धारित किए हैं। निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार आनंद कुमार सिंह ने ग्रोथ चार्ट को जिलावार छपवाने के निर्देश दिए हैं।
हंगामा संस्था की सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक सूबे में 25 फीसदी बच्चे गंभीर रूप से और 58 फीसदी बच्चे कम कुपोषित हैं। ये बच्चे न केवल वजन में कम हैं बल्कि उनकी लंबाई भी उम्र के हिसाब से काफी कम है। इनमें गांव केबच्चों की संख्या काफी अधिक है। इन्हीं समस्याओं से निपटने के लिए राज्य पोषण मिशन गठित किया गया है। इसके तहत सरकार ने कुपोषण से निपटने की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों की दी है। केंद्र पर आने वाले बच्चों व उनकी मां की एक चार्ट बनाकर निगरानी की जाएगी। कुपोषित बच्चों को अधिक पौष्टिक आहार देने के बाद यह भी देखा जाएगा कि उनमें क्या सुधार हो रहा है।
खबर साभार : अमरउजाला
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