सरकार ने जारी नहीं की पाठय़पुस्तक नीति : इस बार भी समय पर नहीं बटेंगी बच्चों की किताबें-
१-यूपी में दो करोड़ विद्यार्थियों को दी जानी हैं निशुल्क किताबें
२-इस बार भी समय पर नहीं बटेंगी बच्चों कीकिताबें
लखनऊ : शैक्षिक सत्र से सरकारी व सहायता प्राप्त प्राइमरी स्कूलों में निशुल्क दी जाने वाली पाठय़ पुस्तकें एक अप्रैल को बांटे जाने की उम्मीद बहुत कम है। एक अप्रैल से नए सत्र की शुरुआत है और सरकार अभी तक किताब छापने के लिए टेण्डर तक नहीं निकाल पाई है। किताब छप कर स्कूलों तक पहुंचने में कम से कम तीन महीने का समय लगता है।
जनवरी के पहले हफ्ते में ही बेसिक शिक्षा विभाग ने पाठय़पुस्तक नीति को मुख्यमंत्री की सहमति के लिए भेज दिया गया था लेकिन इस पर फैसला नहीं हो पाया है। नए सत्र से किताबों की गुणवत्ता बढ़ाने और छपाई पर ज्यादा बजट खर्च करने को प्रस्ताव में शामिल किया गया है लिहाजा सरकार की रजामंदी जरूरी है।
खबरसाभार : हिन्दुस्तान
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