हर महीने बच्चों की हाजिरी का देना होगा ब्योरा : प्रोफार्मा में दिए गए ब्योरे का भौतिक सत्यापन किया जाएगा-
•परिषदीय स्कूलों में बच्चों की फर्जी उपस्थिति दिखाकर मिड डे मील और स्कूल ड्रेस वितरण में धांधली आसानी से पकड़ में |
गोरखपुर। अब परिषदीय स्कूलों में बच्चों की फर्जी उपस्थिति दिखाकर मिड डे मील और स्कूल ड्रेस वितरण में धांधली आसानी से पकड़ में आ जाएगी। प्रधानाध्यापकों को एक प्रोफार्मा पर बच्चों की उपस्थिति, स्कूल नहीं आने, घर का पता आदि दर्ज करना होगा। इस प्रोफार्मा में दिए गए ब्योरे का भौतिक सत्यापन किया जाएगा।
डीएम के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने एक महीने में 25 स्कूलों की चेकिंग की। सभी स्कूलों में दर्ज नामांकन और उपस्थिति में काफी अंतर मिला। यही नहीं स्कूलों में दोपहर में भोजन करने वाले बच्चों की जो संख्या रजिस्टर में दर्ज की गई थी उसके मुकाबले मौके पर काफी कम मिली। एक अनुमान के मुताबिक नामांकन की तुलना में 50 से 52 प्रतिशत बच्चों का ही स्कूलों में दोपहर का भोजन बनता है।
मिड डे मील के जिला समन्वयक दीपक पटेल ने बताया कि मॉनिटरिंग के लिए एक नया प्रारूप तैयार किया गया है जिसमें 10 कॉलम बनाए गए हैं। स्कूल में बच्चे कब आए, कब गए, कितने बच्चे रोजाना स्कूल आते हैं, कितने महीने से गायब हैं। गायब हैं तो उन्हें ड्राप आउट की किस श्रेणी में रखा गया है। इसका ब्योरा प्रधानाध्यापकोें को देना होगा। इससे गड़बड़ी पकड़ने में काफी आसानी होगी।
खबर साभार : अमरउजाला
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