उम्मीद 2015 : दूर होगी तंगी, जल्द मिलेगी नियुक्ति : शिक्षामित्रों का मिलेगा रूका वेतन-
> नए साल में उम्मीद-
१-शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बनने वालों को रुका वेतन मिलेगा।
२-कोर्ट के आदेश पर गणित-विज्ञान अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मिल सकता है।
३-राजकीय इंटरमीडिएट कालेज में शिक्षकों की कमी दूर होने की उम्मीद।
४-एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों को नई पेंशन योजना में शामिल करने की कार्रवाई पूरी होगी।
> यह रहेगी चुनौती-
१-72825 शिक्षक भर्ती को पूरी करना बड़ी चुनौती है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने 70 प्रतिशत अंक पाने वालों को भर्ती में शामिल करने का निर्देश दिया है।
२-भाषा शिक्षकों की भर्ती कराना आसान नहीं है।
३-शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बनने वालों को वेतन देना बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि हाईकोर्ट ने इसमें टीईटी अनिवार्य कर दिया है।
४-एलटी ग्रेड की भर्ती पारदर्शी तरीके से पूरा करना बड़ी चुनौती है।
इलाहाबाद : नूतन वर्ष की नव किरणों शिक्षा और शिक्षकों के लिए नई उम्मीदें लेकर आई हैं। इस वर्ष परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों का टोटा खत्म होने की प्रबल संभावना है। इस साल कानूनी अड़चन दूर करके शिक्षकों की रुकी भर्ती पूरी होने की आस है जिससे विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर होगी। शिक्षकों की नियुक्ति होने से पठन-पाठन व्यवस्था पटरी पर आ जाएगी एवं परिषदीय विद्यालयों को आदर्श बनाने के लिए सरकार ने जो खाका तैयार किया है वह अच्छी पढ़ाई कराकर आसानी से पूरा होगा। साल 2015 में शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बनने वालों का रुका वेतन भी मिलेगा, वहीं राजकीय इंटरमीडिएट कालेजों में शिक्षकों की कमी दूर होने की संभावना है, इसको लेकर जोर-शोर से तैयारी चल रही है।
मिलेगा रुका हुआ वेतन-
शिक्षामित्रों के लिए बीता साल खुशी व गम दोनों लेकर आया। शिक्षामित्रों के संघर्ष के आगे झुकते हुए सरकार ने 58 हजार को प्रशिक्षित कराकर सहायक अध्यापक बना दिया। उन्हें नियुक्ति पत्र भी जारी हो गया, परंतु वेतन में अभी तक पेच फंसा हुआ है। अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र का सत्यापन न होने से न तो सहायक अध्यापक का वेतन मिल रहा है और न शिक्षामित्र का मानदेय। नए साल के जनवरी माह में सबके प्रमाणपत्रों का सत्यापन पूरा हो जाएगा जिससे सहायक अध्यापक बनने वाले शिक्षामित्रों को रुका वेतन एकमुश्त मिल जाएगा।
तेज होगी बाधा हटाने की कवायद-
प्रदेश सरकार ने 2010-11 में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को 72825 शिक्षक पदों पर नियुक्ति देने की घोषणा कर दी। जोर-शोर से भर्ती प्रक्रिया भी शुरू हुई लेकिन मामला कोर्ट में पहुंचा तो सारी कोशिश धरी रह गई। शैक्षणिक मेरिट के आधार पर भर्ती की मांग करने वाले अभ्यर्थियों ने सरकार के इस कदम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी, इससे भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हुई। अब सरकार भर्ती को नए सिरे से पूरी कराने की योजना बना रही है। इसको लेकर कोर्ट में मजबूती से मामले की पैरवी की जाएगी, अधिकारी तैयारी में जुटे हैं। सबकुछ ठीक रहा तो हजारों बेरोजगारों को जल्द नौकरी मिलेगी।
जीआइसी में आएगी शिक्षकों की खेप-
राजकीय इंटर कालेजों में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती प्रक्रिया लाख कोशिशों के बावजूद 2014 में पूरी नहीं हो पायी। जीआइसी में शिक्षकों की कमी देखते हुए लगभग 6500 पदों के लिए भर्ती निकाली गई जिसमें 60 लाख से अधिक आवेदन आए। आवेदनों की संख्या अधिक होने के चलते उसकी छटाई का काम पूरा नहीं हो सका। इसके चलते जो भर्ती दिसंबर से पहले पूरी होनी चाहिए थी वह अप्रैल 2015 तक टल गई। नववर्ष में भर्ती प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, जिससे जीआइसी में शिक्षकों की कमी दूर हो जाएगी।
मिलेगा रुका हुआ नियुक्ति पत्र-
पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के लिए 29 हजार गणित-विज्ञान शिक्षकों की चयन प्रक्रिया शुरू हुई। काउंसिलिंग कराकर इसकी चयन प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई। चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मिलेगा।
पूरी होगी पेंशन की मांग -
पेंशन का मुद्दा साल भर गरम रहा। एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों को नई व पुरानी पेंशन दिलाने के लिए हर शिक्षक संगठन आवाज बुलंद करते रहे। इसके चलते शिक्षकों को नई पेंशन योजना के तहत शामिल करके उसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई।
खबर साभार : दैनिकजागरण
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