अनशनकारी BTC प्रशिक्षुओं की हालत बिगड़ी : निदेशालय से गिरिजाघर तक निकाला कैंडल मार्च -
इलाहाबाद (ब्यूरो)। बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षुओं का शिक्षा निदेशालय पर चल रहा आमरण अनशन लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। बारिश एवं ठंड के बीच अनशन पर बैठे प्रशिक्षुओं रामकिशन सहारनपुर एवं राजकांत वर्मा कानपुर की हालत रविवार शाम खराब हो गई, उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट करने केलिए अनशनकारियों ने रविवार शाम निदेशालय से गिरजाघर तक कैंडल मार्च निकाला।
कैंडल मार्च निकालते बीटीसी प्रशिक्षु -
इससे पहले शनिवार की रात मयंक प्रताप सिंह की तबियत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। अनशन पर बैठे प्रशिक्षुओं का कहना है कि इस भीषण ठंड में कोई भी अधिकारी उनकी बात सुनने नहीं पहुंचा। प्रशिक्षुओं ने अपनी मांगों के लिए मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री से गुहार लगाई है। अभ्यर्थियों का कहना है कि प्रशिक्षण पूरा करने के बाद जब नियुक्ति का समय आया तो सरकार दूसरे बैच के अभ्यर्थियों को उन्हीं पदों के लिए आवेदन का मौका दे रही है। अनशनकारियों का कहना है कि यदि सरकार दोनों सत्रों को एक साथ मौका दे रही है तो पदों की संख्या को बढ़ाया जाए। अनशन के दौरान योगेश पांडेय, ध्यान सिंह, मान बहादुर, अजीत मिश्र, प्रेम वर्मा, राम शंकर, प्रमोद मिश्र शामिल रहे |
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खबर साभार : अमरउजाला
अनशनकारियों की हालत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती : अफसरों की अनदेखी से आहत-
"सहायक अध्यापकों की भर्ती की समय सारणी बदलने से नाराज विशिष्ट बीटीसी, उर्दू बीटीसी व बीटीसी 2011 के अभ्यर्थी शिक्षा निदेशालय पर गुरुवार से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।"
इलाहाबाद : सहायक अध्यापकों के 15 हजार पदों की भर्ती में ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया की नई तिथि घोषित करने के खिलाफ बीटीसी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन लगातार तीसरे दिन जारी रहा। बढ़ती ठंड में आमरण अनशन पर बैठे दो अभ्यर्थियों की हालत रविवार की दोपहर अचानक खराब हो गई। साथियों ने आनन-फानन में उन्हें तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय में भर्ती कराया। शेष अभ्यर्थियों ने आमरण अनशन जारी रखा। रविवार शाम को कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रशासन विभागीय अधिकारियों व प्रशासन द्वारा कोई सुध न लेने से अभ्यर्थियों में नाराजगी बढ़ रही है।
सहायक अध्यापकों की भर्ती की समय सारणी बदलने से नाराज विशिष्ट बीटीसी, उर्दू बीटीसी व बीटीसी 2011 के अभ्यर्थी शिक्षा निदेशालय पर गुरुवार से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। इसके तहत अभ्यर्थी अजय कुरील, अनिल शर्मा, सदाशिव शर्मा, मनोज राजपूत, संदीप, राजकरन, तरुण यादव, मनिंदर यादव, मयंक प्रताप सिंह, पंकज शक्ति, समीर पवार, अनिल खेड़ा, विनय, राम किशन, राहुल बम्बोज ने आमरण अनशन शुरू किया है। परंतु बढ़ती ठंड व बारिश में कुछ न खाने-पीने से रविवार को कासगंज के मयंक प्रताप सिंह व सहारनपुर के रामकिशन की हालत काफी खराब हो गई। स्थिति बिगड़ती देख साथियों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। अभ्यर्थियों ने शाम को शिक्षा निदेशालय से पत्थर गिरिजाघर तक कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रकट किया। बीटीसी 2011 संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष योगेश पांडेय व संयोजक ध्यान सिंह का कहना है तीन साल बाद जब उनकी नियुक्ति का समय आया तो मनमाने तरीके से समय सारणी बदल दी गई। यह निर्णय सरकार की मंशा पर संदेह पैदा करने वाला है। प्रदर्शन में मान बहादुर सिंह, अजीत मिश्र, प्रेम वर्मा, दीपक वर्मा, रामशंकर प्रजापति, प्रमोद मिश्र ने विचार व्यक्त किए।
• अफसरों की अनदेखी से आहत-
इलाहाबाद : हाड़ कंपाने वाली ठंड में अधिकारी अपने कमरों में ब्लोवर जलाकर बैठ रहे हैं। वहीं बीटीसी के अभ्यर्थी हक के लिए खुले आसमान के नीचे ठंड में ठिठुरने के साथ बारिश में भीग रहे हैं। अभ्यर्थी सचिव के कक्ष के पास प्रदर्शन कर रहे हैं, परंतु वह उनसे मिलने व समझाने एक बार भी नहीं आए। न अलाव जलवाने की कोई पहल की। अभ्यर्थियों ने अलाव जलवाने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय पर संपर्क किया तो वहां उनसे किसी ने बात करना भी मुनासिब नहीं समझा। अधिकारियों की इस उदासीनता से अभ्यर्थी आहत हैं।
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खबर साभार : दैनिकजागरण
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